सोशल मीडिया पर शेयर किया हमास समर्थक कंटेंट तो खैर नहीं, बड़े प्लेटॉर्म्स ने छेड़ा 'युद्ध'

इसकी शुरुआत इजरायल की एक सोशल थ्रेट खुफिया फर्म से हुई है. दरअसल साइब्रा नाम की इस फर्म ने पाया है कि  हमास के हमलों के बारे में बातचीत में शामिल एक लाख 62 हजार से अधिक प्रोफाइल में से 25 प्रतिशत- यानी 40 हजार से अधिक प्रोफाइल - नकली थे. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 28, 2023, 08:19 PM IST
  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ले रहे एक्शन.
  • सरकारों ने दी है प्लेफॉर्म्स को चेतावनी.
सोशल मीडिया पर शेयर किया हमास समर्थक कंटेंट तो खैर नहीं, बड़े प्लेटॉर्म्स ने छेड़ा 'युद्ध'

नई दिल्ली. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अब आतंकी संगठन हमास के समर्थन में पोस्ट करने वालों पर बड़े प्लेटफॉर्म्स की निगाहें हैं. दरअसल इजराइल-हमास युद्ध के बीच विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर हमास समर्थक अकाउंट्स की बाढ़ आ गई है. सरकारों ने नाजुक स्थिति का संज्ञान लिया और मेटा, एक्स, टेलीग्राम और अन्य जैसी बड़ी तकनीकी कंपनियों को चेतावनी दी कि या तो वे अपने कंटेंट मॉडरेशन एल्गोरिदम को ठीक करें या कार्रवाई का सामना करें.

इसकी शुरुआत इजरायल की एक सोशल थ्रेट खुफिया फर्म से हुई है. दरअसल साइब्रा नाम की इस फर्म ने पाया है कि  हमास के हमलों के बारे में बातचीत में शामिल एक लाख 62 हजार से अधिक प्रोफाइल में से 25 प्रतिशत- यानी 40 हजार से अधिक प्रोफाइल - नकली थे. इन प्रोफाइलों से 3 लाख 12 हजार से अधिक हमास समर्थक पोस्ट किए गए. इनमें से कुछ अकाउंट प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रति दिन सैकड़ों पोस्ट प्रकाशित कर रहे थे.

ब्लू टिक अकाउंट से फैल रही अधिकांश सूचनाएं
रिसर्च पाया गया कि ब्लू बैज वाले सत्यापित यूजर ही एक्स पर इजराइल-हमास युद्ध के बारे में अधिकांश गलत सूचना फैला रहे हैं. 250 ऐसी पोस्टों में से 186 - यानी लगभग 74 प्रतिशत - एक्स द्वारा सत्यापित खातों द्वारा पोस्ट किए गए थे. गलत सूचना को आगे बढ़ाने वाले एक्स पर सबसे अधिक वायरल पोस्टों में से लगभग तीन-चौथाई 'सत्यापित' एक्स अकाउंट्स से फॉरवर्ड किये जा रहे हैं. 

यूरोपीय आयोग की जांच
इस मामले की जांच यरोपीय आयोग ने भी की.  आयोग ने डिजिटल सेवा अधिनियम (डीएसए) के तहत एक्स को एक औपचारिक नोटिस भेजा. इस पर X ने कहा-ऑनलाइन वितरित की जा रही आतंकवादी सामग्री का जवाब देने के लिए उद्योग के साथियों के साथ समन्वय कर रहा है. हमारी नीतियों का उल्लंघन करने वाले कंटेंट और बुरे अकाउंट्स को हटाने के लिए कार्रवाई कर रहा है.

वहीं मेटा के प्रवक्ता ने कहा है- कंपनी ने इजरायल पर हमास के हमलों के बाद धाराप्रवाह हिब्रू और अरबी बोलने वालों सहित विशेषज्ञों के साथ एक विशेष संचालन केंद्र बनाया है और अपने प्लेटफार्मों पर युद्ध के बारे में गलत सूचना के प्रसार पर अंकुश लगाया है. नीतियों के उल्लंघन पर  7,95,000 से अधिक कंटेंट को हटा दिया या लेबल किया.

टेलीग्राम को गूगल के ऐप स्टोर दिशानिर्देशों के उल्लंघन के कारण हमास द्वारा उपयोग किए जाने वाले चैनलों को ब्लॉक करना पड़ा, लेकिन केवल एंड्रॉइड फोन पर. टेलीग्राम ने ब्लॉक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-जिन चैनलों का आप अनुसरण कर रहे हैं उनमें से कुछ को गूगल प्‍ले के दिशानिर्देशों के कारण टेलीग्राम के आपके संस्करण में एक्सेस किया जाना बंद हो सकता है.

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