पुतिन चाहते हैं देश में तख्तापलट करे यूक्रेन की सेना और रूस से करे बातचीत

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि यूक्रेन की सेना के साथ बातचीत करना कीव में राजनेताओं की तुलना में आसान होगा. पुतिन ने शुक्रवार को रूसी सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कहा कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों को देश में सत्ता संभालनी चाहिए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 25, 2022, 11:11 PM IST
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पुतिन चाहते हैं देश में तख्तापलट करे यूक्रेन की सेना और रूस से करे बातचीत

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि यूक्रेन की सेना के साथ बातचीत करना कीव में राजनेताओं की तुलना में आसान होगा. इसका अर्थ यह है कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सेना से तख्तापलट करने और फिर मास्को से बातचीत करने की बात कह रहे हैं.

रूसी सुरक्षा परिषद की बैठक में बोले पुतिन
पुतिन ने शुक्रवार को रूसी सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कहा कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों को देश में सत्ता संभालनी चाहिए और मास्को के साथ शांति पर बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के बीच कीव सरकार और नव-नाजि़यों पर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करने का भी आरोप लगाया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सेना को सरकार को अपने बच्चों, पत्नियों और प्रियजनों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कीव मास्को के सैन्य अभियान के दौरान उपयोग कर रहा है.

पुतिन ने की रूसी सशस्त्र बलों की सराहना
पुतिन ने कहा, "इसके अलावा, मैं रूसी सशस्त्र बलों की दक्षता की सराहना करना चाहता हूं, वे सम्मानजनक, वीरतापूर्वक कार्य कर रहे हैं और वे रूसी लोगों और उनकी मातृभूमि की रक्षा करने में प्रभावी और कुशल हैं."

बातचीत के लिए तैयार है रूस
इससे पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा था कि रूस पड़ोसी देश यूक्रेन पर ‘कब्जा’ नहीं करना चाहता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आह्वान पर यूक्रेन की सेना के हथियार डालने के बाद मास्को यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार है. 

दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) के उप विदेश मंत्री सर्गेई पेरसाडा और लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर) के विदेश मंत्री व्लादिस्लाव डेनेगो के साथ बातचीत के बाद लावरोव ने यह टिप्पणी की. 

यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है उद्देश्य
यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान शुरू होने के एक दिन बाद लावरोव ने कहा, ‘कोई भी यूक्रेन पर कब्जा नहीं करने जा रहा. अभियान का उद्देश्य बिल्कुल स्पष्ट है: विसैन्यीकरण और नाजी विचारधारा से मुक्ति.’ रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 21 फरवरी को यूक्रेन के दो क्षेत्रों की ‘स्वतंत्रता’ को मान्यता देते हुए डीपीआर और एलपीआर के नेताओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए.

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