Shimla Traffic: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में ट्रैफिक की समस्या काफी समय से बनी हुई है, जिसकी वजह स्थानीय लोगों समेत यहां आने वाले पर्यटकों को भी काफी परेशान होना पड़ता है, लेकिन अब राजधानी में ट्रैफिक को कम करने के लिए एक नई प्रणाली लागू की जाएगी.
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संदीप सिंह/शिमला: राजधानी शिमला की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक व्यवस्था है. आए दिन स्थानीय लोगों और शिमला घूमने आए पर्यटकों को सबसे ज्यादा परेशानी यहां की सड़कों पर लगने वाले जाम से होती है. इस समय टूरिस्ट का पीक सीजन यानी टूरिज्म सीजन चल रहा है. कुछ समय बाद यहां सेब सीजन भी शुरू हो जाएगा.
वहीं, आए दिन शिमला की सड़कों पर ट्रैफिक में फंसने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैफिक शिमला की बड़ी समस्या है. अपने गंतव्य/मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्हें 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है. जाम की वजह से हर दिन लोगों का कार्य प्रभावित होता है. वहीं, शिमला घूमने आए पर्यटकों ने कहा कि अगर पर्यटन स्थल पर इस तरह की ट्रैफिक व्यवस्था देखने को मिलती है तो इससे आगे का प्लान भी प्रभावित होता है, क्योंकि दूसरे शहरों और राज्यों से आने वाले लोग कुछ समय की छुट्टियां लेकर ही यहां आते हैं. ऐसे में उनके पास इतना समय नहीं होता कि वह ज्यादा समय तक यहां रुक पाएं और अगर इस तरह लंबा जाम लग जाए तो उनका आगे का प्लान भी प्रभावित होता है.
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राजधानी में ट्रैफिक मेंटेन करना बड़ी चुनौती
शिमला में लगने वाले इस जाम को लेकर एसपी शिमला ने कहा कि राजधानी में ट्रैफिक को मेंटेन करना एक बड़ी चुनौती है. शिमला में भीड़भाड़ को कम करने के लिए एक खास प्रणाली बनाई गई है. इस नई प्रणाली से पीक आवर्स के दौरान शहर को पार करने में लगने वाले समय को 60-90 मिनट से घटाकर 15-25 मिनट तक होने की संभावना है.
ऐसे किया जाएगा ट्रैफिक कंट्रोल
यातायात नियम हर मिनट 40 से 20 या 30 से 30 सेकेंड के अनुपात में जारी किया जाएगा, जिसका मतलब है कि वाहनों को रोक दिया जाएगा. 40 सेकेंड के लिए और भीड़ के दौरान हर मिनट 20 सेकेंड के लिए ट्रैफिक को छोड़ा जाता है और सामान्य समय के दौरान 30 सेकंड के लिए छोड़ा जाएगा. इसके रुकने की दूरी किसी भी बिंदु पर 500 मीटर से अधिक नहीं होगी.
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अप्रैल माह में शिमला में कितनी हुई वाहनों की आवाजाही
15 अप्रैल से 15 जून तक चलने वाले पीक टूरिस्ट सीजन के दौरान शिमला की सड़कें अक्सर ट्रैफिक से जाम हो जाती हैं. सेब की फसल के मौसम और सर्दियों के पर्यटन सीजन के दौरान आने वाली दिक्कतों के लिए प्लान तैयार किया गया है. पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अकेले अप्रैल में ही करीब 9.92 लाख वाहन शिमला में आए और निकले हैं. बीते 24 घंटे में 27 हजार वाहन शिमला पहुंचे हैं. विक्ट्री टनल के तीनों तरफ से हर मिनट में 50 वाहन आते हैं. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती है.
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