Sirmaur Diwali 2023: देशभर में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. सिरमौर जिला में गिरीपार हाटी जनजातीय क्षेत्र में इसे बेहद खास अंदाज में मनाया जाता है. यहां दिवाली सेलिब्रेशन 5 से 7 दिनों तक चलता है.
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ज्ञान प्रकाश/पांवटा साहिब: सिरमौर जिले के गिरीपार हाटी जनजातीय क्षेत्र में दीपावली पर्व मनाने का अलग और अनोखा ढंग है. जनजातीय क्षेत्र की कई पंचायतों में दिवाली सेलिब्रेशन 5 से 7 दिनों तक चलता है. इस समारोह को बड़ी दीपावली कहा जाता है. इस दौरान पारंपरिक नाच गाना और दावतों के दौर चलते हैं.
गिरिपार क्षेत्र में 5 से 7 दिनों तक मनाया जाता है दिवाली पर्व
पूरे भारत और विश्व भर में हिंदू समाज दिवाली के पर्व को धूमधाम से मनाता है, लेकिन सिरमौर जिले के गिरिपार हाटीव क्षेत्र में दीपावली पर्व देश बाकी देश से बिल्कुल अलग ढंग से मनाया जाता है. देश भर में जहां छोटी और बड़ी दिवाली की दो दिन तक घूम रहती है, वहीं जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र में दिवाली पर्व 5 से 7 दिनों तक मनाया जाता है. सिरमौर जिला के गिरीपार हाटी जनजातीय क्षेत्र में दिवाली सेलिब्रेशन की खासियत यह भी है कि यहां प्रदूषण रहित ग्रीन दिवाली मनाई जाती है.
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पारंपरिक नृत्यों का किया जाता है आयोजन
दीपावली की रात बहुत कम जगहों पर पटाखे और आतिशबाजी की जाती है. यहां लोग मशालें जलाकर नाच-गाना करते हैं. साथ ही दावतें कर भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने की खुशी मनाते हैं. क्षेत्र की अधिकतर पंचायत में पारंपरिक बुढ़ेचु नृत्य आयोजित किया जाता है, जिसमें पारंपरिक वाद्य यंत्रों और विशेष पारम्परिक गीतों के साथ लोग नाटियां डालकर खुशी मनाते हैं.
विशिष्ट व्यक्तियों से लेकर विधायक भी रहते हैं मौजूद
इतना ही नहीं नाच गाने के साथ-साथ दावतों का दौर भी चलता है. घर की औरतें पारंपरिक व्यंजन बनाती हैं. घर के मेहमान और परिजन मिलकर व्यंजनों का आनंद लेते हैं. अधिकतर गांवों में सांस्कृतिक संध्याओं का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें विशिष्ट व्यक्तियों से लेकर विधायक तक मौजूद रहते हैं.
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