Mandi Lok Sabha Seat: मंडी लोकसभा सीट पर देखने मिलता है रोचक मुकाबला, जानें साल 1952 से 2021 तक कौन-कौन रहा सांसद
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Mandi Lok Sabha Seat: मंडी लोकसभा सीट पर देखने मिलता है रोचक मुकाबला, जानें साल 1952 से 2021 तक कौन-कौन रहा सांसद

Himachal, Mandi Lok Sabha Seat Details: हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसमें मंडी संसदीय सीट का बहुत अधिक महत्व रहा है. इस खबर में जानिए मंडी लोकसभा सीट से जुड़ी सारी डिटले..

Mandi Lok Sabha Seat: मंडी लोकसभा सीट पर देखने मिलता है रोचक मुकाबला, जानें साल 1952 से 2021 तक कौन-कौन रहा सांसद

Mandi Lok Sabha Election 2024: (संदीप सिंह/शिमला) देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ हिमाचल प्रदेश में चुनावी माहौल गरमा गया है.  हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है और प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में मंडी संसदीय सीट का बहुत अधिक महत्व रहा है.  यहां से जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी राजकुमारी अमृत कौर, वीरभद्र सिंह और पंडित सुखराम केंद्र सरकार में स्वास्थ्य, उद्योग, स्टील और दूरसंचार मंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं.  

मंडी संसदीय सीट पर राजघरानों से जीत दर्ज करने वालों में राजकुमारी अमृतकौर, राजा जोंगेंद्र सेन बहादुर, ललित सेन, वीरभद्र सिंह, महेश्वर सिंह और प्रतिभा सिंह शामिल हैं. राजकुमारी अमृत कौर कपूरथला के राजा की पुत्री थीं.  ललित सेन के पिता सुकेत के राजा थे.  जोगेंद्र सेन बहादुर मंडी रियासत के राजा थे. वीरभद्र सिंह रामपुर बुशहर के राजा थे. प्रतिभा सिंह इनकी पत्नी हैं.  कुल्लू राजघराने से जुड़े महेश्वर सिंह भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार हैं. इस सीट पर हर लोकसभा चुनाव में रोचक मुकाबला देखने को मिलता है. 

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मंडी सीट पर कौन होगा प्रत्याशी?
फिलहाल कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दलों ने इस सीट पर प्रत्याशियों के नाम फाइनल नहीं किए हैं. जल्द प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो जाएगा. ऐसे में प्रदेश की राजनीति में मंडी सीट पर जीत दर्ज करना कांग्रेस के खेमे के लिए साख बचाने जैसी जंग होगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बीच का मनमुटाव, गहमागहमी जग ज़ाहिर है. 

दूसरी ओर मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 17 विधानसभा क्षेत्र में महज चार कांग्रेस व 12 विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कब्जा है. लाहौल स्पीती में कांग्रेस विधायक को आयोग्य घोषित किया गया है.  ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए राह आसान नहीं होगी. 

विधायकों की नाराजगी कहीं पड़ ना जाए सीएम सुक्खू पर भारी!
कांग्रेस की सुक्खू सरकार के मंत्रीमंडल में जिला मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीती से कांग्रेस के विधायकों को अभी तक जगह नहीं मिल पाने से नाराज नेताओं के तेवर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी पड़ सकते हैं. हालांकि कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर को CPS बनाया गया है, लेकिन हिमाचल HC ने तमाम सुक्खू सरकार के CPS की शक्तियों पर रोक लगा रखी है. ऐसे में सीएम खेमे के CPS सुंदर ठाकुर या अन्य दिग्गज नेताओं को लोकसभा में चुनावी ज़िम्मेदारियों से प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा ने भी दूर रखा है.

BJP की सरकार होने के बाद भी प्रतिभा सिंह ने दर्ज की जीत
कांग्रेसी नेताओं के खेमे के भीतर चल रही दूरियों का असर कितना पड़ेगा यह लोकसभा चुनाव के नतीजों में स्पष्ट हो जाएगा. दूसरी ओर भाजपा इस बार प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर जीत का दावा ठोक चुकी है. 2019 के आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप ने यहां से सबसे अधिक अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा को हराया था, लेकिन 2021 में हुए उपचुनाव के दौरान प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने यहां जीत दर्ज की. 

मंडी सीट में आते हैं छह जिलों के 17 विधानसभा क्षेत्र
प्रदेश के छह जिलों मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, शिमला और चंबा के 17 विधानसभा क्षेत्र मंडी संसदीय सीट के तहत आते हैं. इसमें धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर मंडी जिले के शेष नौ विधानसभा क्षेत्र, कुल्लू के सभी चार विस क्षेत्र, किन्नौर, लाहौल-स्पीति सहित शिमला जिला का रामपुर और चंबा का भरमौर विधानसभा क्षेत्र शामिल है. र्तमान में इन 17 विधानसभा क्षेत्रों में से 12 में भाजपा के और तीन में कांग्रेस के विधायक हैं. लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर को अयोग्य घोषित किया गया है. रवि ठाकुर ने अयोग्य घोषित करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी हुई है. 

जानिए कौन रहा किस पार्टी से सांसद

वर्ष सांसद पार्टी
1952 गोपी राम कांग्रेस
1952 अमृत कौर कांग्रेस
1957 जोगेंद्र सेन बहादुर कांग्रेस
1962 ललित सेन कांग्रेस
1967 ललित सेन कांग्रेस
1971 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1977 गंगा सिंह जनता पार्टी
1980 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1984 सुखराम कांग्रेस
1989 महेश्वर सिंह भाजपा
1991 सुखराम कांग्रेस
1996 सुखराम कांग्रेस
1998 महेश्वर सिंह भाजपा
1999 महेश्वर सिंह भाजपा
2004 प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2009 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
2013 प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2014 रामस्वरुप शर्मा  भाजपा
2019 रामस्वरुप शर्मा  भाजपा

किस चुनाव में किस दल को कितने मिले वोट?

वर्ष भाजपा कांग्रेस
1991 209753 233380
1996 174963 328186
1998 304210 172378
1999 325929 194904
2004 291057 357623
2009 326976 340973
2013 216765 353492
2014 362824 322968
2019 647189 241730
2021 356884 365650

मंडी संसदीय क्षेत्र ने दी देश को पहली स्वास्थ्य मंत्री
साल 1952 में मंडी से लोकसभा चुनाव जीतने वाली राजकुमारी अमृत कौर आहलुवालिया स्वतंत्र भारत की पहली स्वास्थ्य मंत्री थीं. वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सामाजिक कार्यकर्ता थीं. महात्मा गांधी की अनुयायी और कई वर्ष तक उनकी सचिव रहीं. स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कौर ने नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना में अहम भूमिका निभाई. 1956 में एम्स की स्थापना के लिए लोकसभा में विधेयक पेश किया. एम्स की स्थापना के लिए धन जुटाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई. बता दें कि 1952 में मंडी सीट एक और सांसद दो चुने गए थे. 

मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्रों के नाम
भरमौर, चंबा
लाहौल और स्पीति लाहौल और स्पीति
मनाली, कुल्लू
कुल्लू,कुल्लू
बंजार, कुल्लू
आनी, कुल्लू
करसोग, मंडी
सुंदरनगर, मंडी
नाचन, मंडी
सिराज, मंडी
दरंग, मंडी
जोगिंदर नगर, मंडी
मंडी, मंडी
बल्ह, मंडी
सरकाघाट, मंडी
रामपुर, शिमला
किन्नौर, किन्नौर

रिपोर्ट- संदीप सिंह, शिमला

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