National parks in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में कई नेशनल पार्कपार्क स्थित हैं। यह राज्य के जंगल का आनंद लेने और अनुभव करने का एक बहुत अच्छा अवसर प्रदान करते हैं.
National parks in Himachal Pradesh: नेशनल पार्क एक ऐसा क्षेत्र है जो वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आरक्षित है. यहां विकास, अवैध शिकार, पालतू पशु को चराना और निजी स्वामित्व जैसी गतिवधिओं की अनुमति नहीं है। इनकी सीमाएं अच्छी तरह से चिन्हित होती है और आमतौर पर 100 से 500 वर्ग किमी में फैले होते हैं.
यह पार्क हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू क्षेत्र में साल 1984 में स्थापित किया गया था। यह भारत के राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है और ये 1500 से 6000 मीटर की ऊंचाई पर 1,171 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। द ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क कई वनस्पतियों और 375 से अधिक जीवों की प्रजातियों का निवास स्थान है.
इस पार्क की स्थापना 9 जनवरी 1987 को हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में हुई थी। यह नेशनल पार्क 1825 वर्ग किमी के क्षेत्रफल में फैला है। इस पार्क को हिम तेंदुओं के घर के रूप में भी जाना जाता है.
यह नेशनल पार्क कुल्लू मनाली हवाई अड्डे से 46 किलोमीटर दूर 104 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। इसकी स्थापना 2010 में हुई थी। इस पार्क को मुख्या रूप से बाघों के संरक्षण के लिए बनाया गया था.
इस पार्क को वर्ष 2010 में पार्वती घाटी पर स्थित खिर गंगा गांव के नाम पर कुल्लू में स्थापित किया था। यह लगभग 710 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। इस उद्यान में जंगली भालू बहुत आम हैं.
यह पार्क वर्ष 1958 में सिरमौर जिले के पांवटा घाटी में स्थापित किया गया था। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है। यह पार्क 27.88 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। पार्क वन्यजीवोँ और पक्षी प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है.
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