Ragging Case: रैगिंग से परेशान होकर आत्महत्या को मजबूर हुई नर्सिंग की छात्रा
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Ragging Case: रैगिंग से परेशान होकर आत्महत्या को मजबूर हुई नर्सिंग की छात्रा

Himachal Pradesh News: नर्सिंग स्कूल बिलासपुर की प्रथम वर्ष की छात्रा ने सीनियर्स द्वारा की जा रही रैगिंग से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश की. छात्रा ने बताया कि उसके साथ काफी समय से रैगिंग की जा रही थी, जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान हो गई थी.  

Ragging Case: रैगिंग से परेशान होकर आत्महत्या को मजबूर हुई नर्सिंग की छात्रा

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: अक्सर ऐसी कई खबरें सामने आती हैं कि कॉलेज में रैगिंग से परेशान होकर किसी स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली. हालांकि रैगिंग करना गैर कानूनी है. सरकार ने इसे लेकर कानून भी बनाया है. इसके बावजूद आज भी शैक्षणिक संस्थानों में रैगिंग करना कम नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स आज भी आत्महत्या कर रहे हैं और ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. 

ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर का है, जहां रैंगिंग से परेशान होकर एक छात्रा ने आत्महत्या करने की कोशिश की. महक नाम की यह छात्रा राजकीय नर्सिंग स्कूल बिलासपुर में फर्स्ट ईयर में पढ़ रही है. यह काफी समय से अपने सीनियर्स द्वारा बार-बार हो रही रैगिंग से परेशान थी, जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से भी परेशान होने लगी. छात्रा ने इसकी शिकायत नर्सिंग स्कूल के प्रिंसिपल से भी की, लेकिन जब इसके खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई तो उसने गुरुवार रात जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की.

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वहीं पीड़ित छात्रा ने बताया कि राजकीय जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल बिलासपुर में प्रवेश के बाद दो माह तक किसी भी सीनियर ने रैगिंग नहीं की, लेकिन इसके बाद सेकंड व थर्ड ईयर की सीनियर छात्राओं ने अलग-अलग तरीकों से उसके साथ रैगिंग करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान होने लगी. पीड़िता ने बताया कि इस बारे में उसने सीएमओ बिलासपुर को भी अवगत करवाया था, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया. 

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महक ने कहा कि रैगिंग करने वाली छात्राओं व उनको संरक्षण देने वाले अध्यापकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि जूनियर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग जैसा घिनौना काम ना हो सके. वहीं महक के पिता बिशन लाल ने भी इस मामले की उचित जांच कर रैगिंग करने वाली छात्राओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मांग की है. वहीं, इस पूरे मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर परविंदर सिंह ने कहा कि छात्रा के पिता की शिकायत पर मामले की छानबीन की जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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