ऊना में निजी उद्योग में कार्यरत मजदूरों को 2 माह का वेतन न दिए जाने को लेकर सड़कों पर उतरे मजदूर, जमकर की नारेबाजी
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2413252

ऊना में निजी उद्योग में कार्यरत मजदूरों को 2 माह का वेतन न दिए जाने को लेकर सड़कों पर उतरे मजदूर, जमकर की नारेबाजी

Una Latest News: ऊना के एक निजी उद्योग में कार्यरत मजदूरों को दो माह का वेतन न दिए जाने को लेकर सड़कों पर मजदूर उतरे. उद्योग प्रबंधन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी की. 

ऊना में निजी उद्योग में कार्यरत मजदूरों को 2 माह का वेतन न दिए जाने को लेकर सड़कों पर उतरे मजदूर, जमकर की नारेबाजी

Una News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के एक उद्योग में कार्यरत मजदूरों को पिछले दो माह की सैलरी न दिए जाने का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. मजदूर संगठन के नेता राकेश शर्मा की अगुवाई में मजदूरों ने इकट्ठे होकर एमसी पार्क से लेकर डीसी ऑफिस तक रोष रैली निकाली और उद्योग प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

इस दौरान उन्होंने डीसी ऊना को ज्ञापन सौंपकर मजदूरों का दो माह का वेतन जल्द दिलाए जाने की गुहार लगाई है. राकेश शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मजदूरों का दो माह का वेतन उद्योग प्रबंधन की तरफ से नहीं दिया जा रहा है. विभाग द्वारा हस्तक्षेप करने के बावजूद भी उद्योग प्रबंधक पेमेंट नहीं दे रहा है.

आज हम सब इकट्ठे होकर डीसी को ज्ञापन देने पहुंचे हैं और उनसे गुहार लगा रहे हैं कि इन मजदूरों का दो माह का वेतन जल्द दिलाया जाए क्योंकि उसे उद्योग में श्रम नियमों की अवेलना हो रही है. मजदूरों का ईपीएफ नहीं काटा जा रहा है. मजदूरों को ESI की सुविधा नहीं मिल रही है और मजदूरों को छुट्टी तक नहीं दी जाती है. इसलिए हम मजदूरों के हकों की मांग उठा रहे हैं और ज्ञापन सौंप कर शांतिपूर्ण ढंग से मजदूरों के वेतन दिलाएं जाने की मांग कर रहे हैं. 

वहीं उन्होंने जिला परिषद सदस्य कमल सैनी द्वारा मजदूरों का मामला उठाए जाने के बाद उन पर ही उद्योग प्रबंधन की तरफ से मामला दर्ज करवाया जाता है और कमल सैनी पर पैसे के लेने की डिमांड करने के आरोप लगा दिए जाते हैं. कमल सैनी पर जो आरोप लगाए गए हैं. वह बिल्कुल झूठे है हम शांतिपूर्ण ढंग से मामले को हल करना चाहते हैं. अगर प्रबंधन द्वारा मजदूरों का दो माह का वेतन नहीं दिया जाता है तो इसके लिए हमें जो भी कदम उठाने पड़े हम पीछे नहीं हटेंगे. 

मजदूरों के इस रोष प्रदर्शन में जिला परिषद सदस्य कमल सैनी भी साथ में मौजूद रहे. मीडिया से रूबरू होते हुए कमल सैनी ने बताया की 5 दिन पहले उनके पास मजदूर वेतन न मिलने की समस्या को लेकर लेकर आए थे. वह मजदूरों की समस्या को देखते हुए फैक्टरी पहुंचे और वहां पर लेबर अफसर को फोन किया, लेकिन जब फैक्ट्री का गेट नहीं खुला तो पुलिस को फोन कर बुलाया और उनकी मौजूदगी में फैक्ट्री के अंदर गए और वहां पर फैक्ट्री के प्रबंधन द्वारा उन्हें जल्द पैसा दिए जाने का आश्वासन दिया था.

लेकिन कई बार समय दिए जाने के बावजूद भी उद्योग मलिक द्वारा अभी तक मजदूरों को पेमेंट नहीं दी गई है, जिस कारण मजबूर होकर हमें धरना प्रदर्शन करना पड़ा है और जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि मजदूरों को उनका बनता वेतन जल्द से जल्द दिलाया जाए. डीसी ऊना जतिन लाल ने कहा की इस मामले में किसी भी मजदूर का कोई भी हक नहीं मारा जाएगा और इस मामले में जिसका जो भी राइट बनता है. वह दिलाया जाएगा.

रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना

Trending news