15 दिन पहले कोवैक्सीन परीक्षण में वालंटियर के तौर पर Covaxin का टीका लगवाया था.
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कुलबीर दीवान/ चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वह फिलहाल सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में भर्ती हैं. उन्होंने ट्वीट करके बताया कि वो सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में भर्ती हैं. गौरतलब है कि अनिल विज ने अभी 15 दिन पहले कोवैक्सीन परीक्षण में वालंटियर के तौर पर Covaxin का टीका लगवाया था.
अनिल विज ने अपने संपर्क में आने वालों से एहतियात बरतने के साथ कोरोना की जांच कराने की अपील की है. हैरानी की बात ये भी रही कि खुद स्वास्थ्य मंत्री ने तीसरे ट्रायल पर पहली वैक्सीन भी लगवाई थी. इसके बावजूद वो कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए. यानी साफ है कि अभी खतरा टला नहीं है, इसलिए 'दो गज दूरी और मास्क है जरूरी' मंत्र को जपते हुए बाकी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करके ही हम और आप कोरोना के शिकंजे से खुद को खुद को दूर रख सकते हैं.
'ट्रायल में कुछ नतीजे नकारात्मक निकलना सामान्य'
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यदि 100 लोगों को कोरोना वैक्सीन देने के बाद उनमें से 5 को कोरोना हो जाए तो माना जाता है कि वैक्सीन 95 प्रतिशत कामयाब रही. इसी से ये साबित होता है कि वैक्सीन (Corona Vaccine) कितनी इफेक्टिव रही. दूसरी बात, इससे ये भी पता चलता है कि वैक्सीन कोरोना के असर को कितना कम कर सकती है.
'ट्रायल में सभी आयु वर्ग के लोग शामिल होते हैं'
सिरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि उनकी वैक्सीन (Corona Vaccine) कोवीशील्ड वायरस के लोड को 60 प्रतिशत कम कर देती है. पूनावाला के मुताबिक ट्रायल के दौरान सभी आयु वर्ग और क्षेत्रों के लोगों को शामिल किया जाता है. इस दौरान उन पर ट्रायल के नतीजों को परखा जाता है. यदि इनमें से अधिकतर लोगों पर ट्रायल का सकारात्मक असर हो तो दवा को सफल मान लिया जाता है.