World Heritage Day: जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम
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World Heritage Day: जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम

विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) के लिए ICOMOS हर साल एक थीम निर्धारित करता है, जिसके ईर्द-गिर्द तमाम तरह की गतिविधियां और अभियान चलाए जाते हैं. इस साल यह थीम ‘हेरिटेज एंड क्लाइमेट’ है.

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चंडीगढ़- दुनियाभर में कई ऐसी विश्व विरासत या धरोहरें हैं जो वक्त के साथ जर्जर होती जा रही हैं. दुनिया की चुनिंदा धरोहरों के स्वर्णिम इतिहास और निर्माण को बचाएं रखने के लिए विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) मनाया जाता है.

18 अप्रैल को यूनेस्को द्वारा स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में अपनाया गया था, जो पेरिस स्थित स्मारक और स्थलों पर अंतर्राष्ट्रीय परिषद के प्रस्ताव पर आधारित था.

विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) के लिए ICOMOS हर साल एक थीम निर्धारित करता है, जिसके ईर्द-गिर्द तमाम तरह की गतिविधियां और अभियान चलाए जाते हैं. इस साल यह थीम ‘हेरिटेज एंड क्लाइमेट’ है.

संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए हर साल 18 अप्रैल को विश्व स्तर पर स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है. विश्व विरासत दिवस इसका दूसरा नाम है. पेरिस में स्थित इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS), इस विश्वव्यापी आयोजन के पीछे प्रेरक शक्ति है.

इसका लक्ष्य स्थानीय समुदायों और व्यक्तियों को उनके जीवन में सांस्कृतिक विरासत के मूल्य को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करना है. यह दिन स्मारकों को संरक्षित करने के उपायों के अलावा, सांस्कृतिक विरासत की विविधता और भेद्यता के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर भी केंद्रित है.

इतिहास और महत्व
1982 में, ICOMOS ने प्रस्ताव दिया कि 18 अप्रैल को स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में नामित किया जाए. अगले वर्ष अपने 22 वें आम सम्मेलन के दौरान यूनेस्को द्वारा तारीख को अपनाया गया, और यह एक वैश्विक कार्यक्रम बन गया. ICOMOS तब से हर साल इस दिन के लिए एक थीम प्रस्तावित करता रहा है.

थीम
2022 के लिए विश्व विरासत दिवस की थीम विरासत और जलवायु है. आईसीओएमओएस ने अपने सदस्यों, व्यक्तियों और संगठनों से थीम के इर्द-गिर्द गतिविधियां आयोजित करने का आह्वान किया है. 

इस वर्ष की थीम विरासत की रक्षा के लिए जलवायु न्याय और समानता के सवालों के जवाब देने का अवसर प्रदान करती है. यह उन तरीकों पर चर्चा करने का भी एक अवसर है जिससे हम कमजोर समुदायों की समान सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं.

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