गुरु के बिना भी मिल जाता है ज्ञान; फरजान सिद्दिकी ने इसे कर दिया है सच साबित
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गुरु के बिना भी मिल जाता है ज्ञान; फरजान सिद्दिकी ने इसे कर दिया है सच साबित

 Calligrapher Farzan Siddiqui: कश्मीर की फरजान सिद्दिकी नाम की लड़की बिना किसी उस्ताद के कैलिग्राफी में महारत हासिल कर देश और दुनिया में अपना नाम रौशन कर रही है. 

फरजान सिद्दिकी

कश्मीरः ऐसा कहा जाता है कि बिना गुरु ज्ञान नहीं होता है. यानी कुछ सीखने के लिए एक उस्ताद का होना बहुत जरूरी होता है. लेकिन कश्मीर के नवाकदल की फरजान सिद्दीकी (Farzan Siddiqui ) इस मिथ्य को तोड़ रही है. उसने कैलिग्राफी में एक अच्छा खास मुकाम हासिल किया है, वह भी बिना किसी उस्ताद के. एक और खास बात यह भी है कि यह पेशा हमेशा से मर्दों के वरचस्व वाला काम माना जाता रहा है, लेकिन फरजान ने यह साबित कर दिया है कि अगर  लड़कियों को अनुकूल माहौल और आजादी दी जाए तो वह हर वह काम कर सकती है, जिसे मर्दों का काम माना जाता रहा है.

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दिलचस्प बात यह है कि फरजान कोई पेशेवर पेंटर या सुलेखक नहीं हैं. उन्होंने आईटी में मास्टर डिग्री तक की शिक्षा हासिल की है. फरज़ान को पहली बार 2021 में सुलेख के प्रति अपने जुनून के बारे में पता चला. उन्हें एहसास हुआ कि उनके अंदर इस कला को लेकर कुछ विशेष प्रतिभा है. वह पेंट और ब्रश से अरबी और उर्दू के लफ्जों को ऐसा रूप देती हैं कि देखना वाला दंग रह जाता है. अरबी में असाधारण कला शैली में लिखी फरजान की आयतें दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं. ब्रश स्ट्रोक के साथ, फ़रज़ान सामान्य आयतों को कला के एक नायाब नमूने में बदल देती हैं.सुलेख के अलावा, फ़रज़ान को टेक्सचर पेंटिंग से भी बेहद लगाव है. यह एक और कलात्मक माध्यम है जिसके माध्यम से वह अपनी  रचनात्मकता को प्रदर्शित करती हैं. 

अपनी अनूठी शैली और रचनात्मकता से फ़रज़ान इस कला में नई जान फूंक रही हैं. फ़रज़ान कहती हैं, " मैंने इसे किसी उस्ताद से नहीं सीखा है बल्कि खुद से प्रैक्टिस कर इसे सीखा है.’’ फरजाना कहती हैं कि उनके इस कला को निखारने और उसे जीने में उनके परिवार का उन्हें भरपूर सहयोग मिला है. परिवार के लोगों ने उन्हें इस कला को समझने और उसमें महारत हासिल करने के लिए उन्हें बेहतर माहौल मुहैया कराया है. फरजाना अब चाहती हैं कि अगर कोई बच्चा या कोई दीगर शख्स इसे सीखना चाहता है तो मैं इसे मुफ्त में उन्हें ट्रेनिंग दूंगी. 

फ़रज़ान की ये कला देश से लेकर विदेशों तक में मशहूर हो रही है और इसकी बेहद डिमांड है. पेंटिंग पर लिखी गई फरजान की कलाकरी लोगों को बरबस अपनी तरफ खींच लेती है. कई लोग ऑर्डर करके अपने हिसाब से ऐसी पेंटिंग फ्रेम बनवाते हैं. विदेशों में इसकी अच्छी खासी कीमत मिल जाती है. 

Zee Salaam

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