IND vs SA: टिकट विवाद में भाई के सपोर्ट में उतरे सौरव गांगुली; कहा- कैब की कोई भूमिका नहीं
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IND vs SA: टिकट विवाद में भाई के सपोर्ट में उतरे सौरव गांगुली; कहा- कैब की कोई भूमिका नहीं

IND vs SA: वर्ल्ड कप 2023 का 37वां मुकाबला भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच गुरुवार, 5 नवंबर को खेला जाएगा. ये मैच कोलकाता के ईडन गार्डन में होगा. लेकिन इस मैच के टिकट को लेकर प्रशंसकों ने कैब पर इल्जाम लगाया है.

IND vs SA: टिकट विवाद में भाई के सपोर्ट में उतरे सौरव गांगुली; कहा- कैब की कोई भूमिका नहीं

IND vs SA: बीसीसीआई (BCCI ) के पूर्व चीफ सौरव गांगुली अपने बड़े भाई और बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली के सपोर्ट में मजबूती से सामने आए. गांगुली ने कहा कि रविवार को होने वाले भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वर्ल्ड कप मुकाबले के टिकट विवाद में स्टेट यूनियन की कोई भूमिका नहीं है. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मैच कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन में खेला जाएगा. 
 
 एक क्रिकेट प्रशंसक ने ग्राउंड पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज  कराई थी. जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बुधवार को स्नेहाशीष को इन इल्जामों में तलब किया. "इल्जाम में कहा गया कि कैब ने ‘जानबूझकर आम जनता के लिए उपलब्ध टिकटों का एक बड़ा हिस्सा अलग रख दिया था और उन्हें अपने फायदे के लिए कालाबाजारी करने वालों के लिए मुहैया कराया". 

गांगुली ने इस मामले पर कहा, "पुलिस अपराधी को पकड़ सकती है. कैब की इसमें कोई भूमिका नहीं है. ईडन की क्षमता 67 हजार लोगों की है और मांग एक लाख से अधिक की है".

उन्होंने कहा, "यह हर जगह होता है, टिकटों की मांग इतनी है कि आप इसे पूरा नहीं कर सकते. इस पर किसी का कंट्रोल नहीं है, केवल पुलिस ही इसे रोक सकती है. कैब के कुछ स्थायी मेंबरों को भी टिकट नहीं मिला जिससे वे भी खुश नहीं थे. कैब के लगभग 11,000 सदस्य हैं, जिनमें आजीवन, सहयोगी और सालाना मेंबर शामिल हैं. कैब के संविधान में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आजीवन सदस्य को आजीवन टिकट मिलेगा. कैब ने 3000 टिकट दिए हैं".

भारत और साउथ अफ्रीका मुकाबले के टिकटों की सबसे कम कीमत 900 रुपये है जो ब्लेक मार्केट में  5000 रुपये में मिल रही है. इसके अलावा 3000, 2500 और 1500 रुपये के टिकट भी हैं. कोलकाता पुलिस ने मंगलवार को न्यू अलीपुर के रहने वाले एक आदमी को उस वक्त पकड़ा जब वह ब्लेक में टिकट बेच रहा था.

बता दें कि मेंबर टिकटों को ऑनलाइन करने को लेकर भी लोग CAB से नाराज थे. आम तौर पर सभी मेंबरों को कार्ड दिखाने पर टिकट मिल जाते थे. लेकिन इस बार मेंबरों को पहले ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन कराना पड़ा. ऑनलाइन पोर्टल कई बार क्रैश भी हुआ जिससे मामला और बिगड़ गया. 

गौरतलब है कि, बांग्लादेश-नीदरलैंड मैच से एक दिन पहले भी मेंबरों ने टिकट घोटाले और ब्लैक मार्केट का इल्जाम लगाया था. साथ ही सभी मेंबरों ने ईडन गार्डन्स के बाहर एहतजाज भी किया था.

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