डेब्यू वाले दिन नसीम शाह की मां का हो गया था निधन; बोले खेलते देखना चाहती थी अम्मी
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डेब्यू वाले दिन नसीम शाह की मां का हो गया था निधन; बोले खेलते देखना चाहती थी अम्मी

Naseem Shah Bowling: नसीम शाह ने हाल ही में बताया है कि उनकी अम्मी उनका पहला मैच देखना चाहती थीं. लेकिन उनकी उसी दिन मौत हो गई. आपको बता दें नसीम ने पाक के लिए पहला डेब्यू 16 साल की उम्र में किया था.

डेब्यू वाले दिन नसीम शाह की मां का हो गया था निधन; बोले खेलते देखना चाहती थी अम्मी

Naseem Shah Bowling: पाकिस्तान के बेहतरीन और सबसे युवा बॉलर नसीम शाह की बॉलिंग के लाखों लोग कायल हैं. 19 साल के नसीम बेहतरीन पेस के साथ उमदाह लाइन और लेंग्थ भी रखते हैं. हाल ही में उन्होंने अपने जिंदगी से जुड़ा किस्सा शेयर किया है. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया है कि वह अपनी मां के बेहद करीब थे. वह चाहते थे कि उनकी मां उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलता देखें. लेकिन जब वह अपना पहला मैच खेलने गए तो उसी दिन उनकी मां का इंतेकाल (निधन) हो गया.

16 साल की उम्र में किया था डेब्यू

आपको जानकर  हैरानी होगी कि नसीम शाह ने मात्र 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के लिए डेब्यू किया था. उन्होंने पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. जो कि टेस्ट फॉर्मेट था. वह अगले साल फरवरी के महीने में 20 साल के हो जाएंगे.

नसीम शाह ने क्या कहा?

नसीम शाह एक इंटरव्यू के दौरान बताते हैं कि जब मैं 12 साल का था, तो क्रिकेट के लिए घर छोड़कर लाहौर शिफ्ट हो गया था. जब मेरा डेब्यू होने वाला था तो एक दिन पहले मां का फोन आया तो मैंने मां से कहा कि मैं कल क्रिकेट में डेब्यू करने वाला हूं. वह टीवी नहीं देखती थीं और उन्हें क्रिकेट की समझ भी नहीं थी. मैंने उनसे कहा कि मैं लाइव दिखने वाला हूं, आप जरूर देखिएगा.

अपने इंटरव्यू के दौरान नसीम ने कहा कि मेरी मां बहुत खुश थी और उन्होंने मुझसे वादा किया था कि वह मैच जरूर देखेंगी. लेकिन जब मैं अगले दिन उठा तो मुझे टीम मैनेजमेंट ने बताया कि आपकी मां का निधन हो गया है. नसीम कहते हैं कि इस हादसे के बाद मैंने काफी स्ट्रगल किया. मुझे हर तरफ मां नजर आती थीं. मैं दवाईयों का आदि हो गया था. मैं काफी सोचा करता था. नसीम शाह कहते हैं कि यह वक्त मेरे लिए काफी मुश्किल रहा था. इस दौरान मुझे काफी चोटे भी आईं. मैं अब मजबूत बन गया हूं. 

इससे पहले नसीम ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनकी मां उनके खेल का हमेशा सपोर्ट करती थीं. वहीं उनके पिता इसके खिलाफ थे. उनके पिता खेल को गुनाह से कम नहीं मानते थे. लेकिन उनकी वालिदा यानी अम्मी हमेशा उनका सपोर्ट करती थी.

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