शिल्पा शेट्टी और पति राज कुंद्रा पर ED का शिकंजा; 97.79 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
Advertisement

शिल्पा शेट्टी और पति राज कुंद्रा पर ED का शिकंजा; 97.79 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

ED on Shilpa Shetty and Raj Kundra: अभीनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. अब ईडी ने कुंद्रा के अचल और चल संपत्तियों को जब्त किया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. 

शिल्पा शेट्टी और पति राज कुंद्रा पर ED का शिकंजा; 97.79 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

ED on Shilpa Shetty and Raj Kundra: अभीनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. अब ईडी ने कुंद्रा के अचल और चल संपत्तियों को जब्त किया है. दरअसल, पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत रिपु सूदन कुंद्रा उर्फ राज कुंद्रा से संबंधित 97.79 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया है, संपत्तियों में जुहू में मौजूद आवासीय फ्लैट शामिल है, जो मौजूदा वक्त में श्रीमती के नाम पर है.

क्या है पूरा मामला
ED ने बिटकॉइन पॉन्जी स्कैम में राज कुंद्रा के खिलाफ कार्रवाई की है. अटैच की गई संपत्तियों में पुणे में मौजूद बंगला और इक्विटी शेयर भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस की तरफ से वन वेरिएबल टेक प्राइवेट लिमिटेड और मुल्जिम दिवंगत अमित भारद्वाज, सिम्पी भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, महेंद्र भारद्वाज समेत दूसरे लोगों के खिलाफ दर्ज FIR के बाद जांच शुरू की थी.

इन पर इल्जाम है कि मुल्जिमों ने बिटकॉइन्स के रूप में लोगों से बड़ा फंड जुटा लिया था और बिटकॉइन के ही रूप में हर महीने 10 फीसद वापस करने का वादा किया था. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय की जांच में खुलासा हुआ है कि राज कुंद्रा को यूक्रेन में माइनिंग फॉर्म लगाने के लिए गेन बिटकॉइन के प्रमोटर और मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन मिले थे.

राज कुंद्रा ने दी सफाई
ईडी की कार्रवाई के बाद राज कुंद्रा के वकील ने एक बायन जारी किया है. जारी बयान में कहा गया है, "हम कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे और अपने ग्राहकों की स्वतंत्रता और संपत्ति की रक्षा के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत निर्धारित आवश्यक कदम उठाएंगे. पहली नजर में राज कुंद्रा और श्रीमती शिल्पा शेट्टी कुंद्रा के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है. हमें माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. मेरा मानना है कि जब हम माननीय प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष अपना निष्पक्ष प्रतिनिधित्व करते हैं, तो जांच एजेंसियां भी हमें न्याय दे सकती हैं. हमें निष्पक्ष जांच पर भरोसा है. हम आवश्यकता पड़ने पर अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."

 

Trending news