Somi Ali: बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री सोमी अली ने कहा है कि अगर आपको फिल्म इंडस्ट्री में रहना है, तो रिजेक्शन को अपनाना आना चाहिए, क्योंकि रिजेक्शन फिल्म इंडस्ट्री का बहुत बड़ा हिस्सा है.
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Somi Ali: एक्ट्रेस सोमी अली जिन्हें कभी उनकी फिल्मों से ज्यादा अभिनेता सलमान खान की वजह से जाना जाता है, उन्होंने कहा है कि फिल्म इंडस्ट्री में रहना आसान नहीं है, और सभी एक्टर्स को इस बात से सतर्क रहना चाहिए कि 'अस्वीकृति' यानि रिजेक्शन फिल्म इंडस्ट्री का एक बड़ा सच है. सोमी अली को आखिरी बार 1997 की फिल्म 'चुप्प' में देखा गया था. उन्होंने कहा है कि फिल्म इंडस्ट्री में शामिल होने का फैसला करने से पहले एक्टर्स को यहां पर बने रहने के लिए जो संघर्ष करना पड़ेगा, उसके बारे में पता होना ज़रूरी है. उन्होंने फिल्म 'आओ प्यार करें', 'चुप', 'आंदोलन' और ऐसी ही कई अन्य फिल्मों में काम किया है.
फिल्मों की दुनिया में रहना आसान नहीं
सोमी ने कहा है- "मेरा मानना है कि अगर कोई शख्स फिल्मों की दुनिया में आने के लिए पूरी तरह से जुनूनी है और वह उम्मीद से तैयार है और समझता है कि वह जल्द कामयाब हो सकता है तो उसके बड़ा बनाने की उम्मीद काफी कम है. एक्टेस ने कहा कि वह हिम्मत नहीं हारी हैं, बल्कि यह कह रही हैं कि किसी भी काम में तुरंत कोई बड़ा मुकाम हासिल करना बहुत मुश्किल है और यहां तक कि ब्रैड पिट ने भी एक एक्स्ट्रा कलाकार के रोल में शुरुआत की थी.
उन्होंने कहा- "लेकिन खास तौर पर एक्टर्स को इस बात के बारे में पता होना चाहिए कि फिल्मों के दुनिया में रिजेक्शन एक बड़ा हिस्सा है." इसके साथ ही सोमी ने आगे कहा- "इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक्टिंग नहीं कर पाएंगे और आपको यह छोड़ देना चाहिए, क्योंकि मैं कभी भी हार नहीं मानने वाली हूं, लेकिन मैं इतनी समझदार भी हूं कि मुझे पता है कि कब झुकना है और कब फिल्म इंडस्ट्री से बाहर निकलने के लिए संकेत की तलाश करनी है.
एक्टिंग नहीं थी पहली पसंद
इन सबको देखने के बाद मैं आपको यही मश्वारा दूँगी कि फिल्मों के दुनिया में अपने आप को एक समय सीमा दें कि मैं इतने साल तक कोशिश करूँगी और अगर फिर भी कुछ अच्छा नहीं हुआ, तो मैं प्लान बी पर जाऊंगी. साथ ही सोमी ने यह भी कहा है कि उनके लिए एक्टिंग कभी पहली प्राथमिकता नहीं रही है. उन्होंने यह भी कहा है- मैं बचपन से ही दूसरों की मदद करना चाहती थी. इसलिए मेरे मन में कभी भी एक्टिंग करने का विचार नहीं था. मुझे यह बताने की जरूरत नहीं है कि मैं बॉलीवुड में क्यों आई और मैंने इसे क्यों छोड़ दिया है ? अब मैं एक एनजीओ के जरिए दूसरो की मदद करती हूं, यह एक ऐसा अहसास है जिससे मुझे काफी सुकून और खुशी मिलती है.