राम मंदिर उद्घाटन के बाद कांग्रेस पर भड़के इकबाल अंसारी; भागवत की मांगों का किया समर्थन
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2074887

राम मंदिर उद्घाटन के बाद कांग्रेस पर भड़के इकबाल अंसारी; भागवत की मांगों का किया समर्थन

Iqbal Ansari on Ram Mandir: अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अगुआई में प्राण-प्रतिष्‍ठा सम्‍पन्‍न हुई. इस बीच राम जन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में मुख्‍य पक्षकार इकबाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है. 

राम मंदिर उद्घाटन के बाद कांग्रेस पर भड़के इकबाल अंसारी; भागवत की मांगों का किया समर्थन

Iqbal Ansari on Ram Mandir: राम जन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में मुख्‍य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का मानना है कि BJP ने अयोध्‍या के मुद्दे को खत्‍म कर दिया है और अब सभी को RSS चीफ मोहन भागवत की 'सारे कलह' को विदाई देने की नसीहत पर अमल करना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के जरिए गरमाए गए राम मंदिर मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने खत्‍म कर दिया है.

अंसारी ने इल्जाम लगाते हुए कहा, ''हमारे वालिद साहब (हाशिम अंसारी) जब जिंदा थे, तो वह सबसे कहते रहे कि कांग्रेस ने बाबरी मस्जिद के भीतर मूर्ति रखवायी, कांग्रेस ने मस्जिद तुड़वायी, कांग्रेस ने दंगा करवाया, कांग्रेस ने ही मंदिर का शिलान्‍यास कराया. हम तो कहते हैं कि इस हुकूमत (बीजेपी सरकार) में तो कम हो रहा है. इस सरकार ने तो केवल इमारत ही बनवायी है, और कुछ नहीं हुआ. बीजेपी ने तो राम मंदिर मुद्दे को खत्‍म किया है.'' 

काशी और मथुरा का मुद्दा भी गरमाने के मुद्दे पर अंसारी ने कहा, ''मुल्‍क में जब तक राजनीति जिंदा रहेगी, तब तक यह सब होता रहेगा. कांग्रेस ने क्‍या किया? जो आज हो रहा है, वही कांग्रेस भी करती रही.'' प्राण-प्रतिष्‍ठा समारोह में राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के भाषण की तारीफ करते हुए अंसारी ने कहा, ''भागवत जी ने बहुत अच्‍छी बात कही. उन्होंने जो कहा है वह होना भी चाहिए, जरूरी यह है कि उस पर अमल भी हो.'' 

भागवत ने समारोह में नागरिकों को प्रेरित करते हुए कहा था, ''हमें सभी मतभेद त्याग कर, कलह खत्म कर छोटे छोटे मुद्दों पर लड़ना झगड़ना बंद करना होगा. हमें अपना अहंकार त्यागना होगा और एकजुट रहना होगा.'' संघ चीफ ने कहा था कि ''सब घट में राम हैं, हमको यह जानकर आपस में समन्वय से चलना होगा. सब हमारे हैं, इसीलिए चल पाते हैं. आपस में मिलकर व्यवहार करना, यह मजहब का पहला सत्य आचरण है.''

अंसारी ने आगे कहा, ''देश के मुसलमानों को अमन-चैन चाहिए. यह तबका ज्‍यादा पढ़ा-लिखा नहीं है. उसे सरकारी नौकरी नहीं चाहिए. वह अपना छोटा-मोटा रोजगार करता है, जब दंगा-फसाद नहीं होगा तो वह सुकून से जिएगा.'' एक सवाल का जवाब देते हुए अंसारी ने कहा कि अयोध्‍या में राम कल नहीं आए हैं, वह तो दिसंबर 1949 से वहीं पर हैं. 

अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अगुआई में प्राण-प्रतिष्‍ठा सम्‍पन्‍न हुई. इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्‍तर प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्‍यनाथ भी मौजूद थे. सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर 2019 को राम जन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में फैसला सुनाते हुए विवादित स्‍थल पर राम मंदिर बनाने का आदेश दिया था. वहीं, मुसलमानों को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्‍या में किसी प्रमुख स्‍थान पर पांच एकड़ जमीन देने को कहा था. राम मंदिर निर्माण के लिये श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट का गठन किया गया था.

Trending news