आंध्र प्रदेश में सिंचाई परियोजना ठीक से नहीं चलने पर पूर्व मु्ख्यमंत्री ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं. इसके लिए रैलियां आयोजित की जा रही हैं जिसमें पथराव हुआ है.
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आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के शुक्रवार को चित्तूर जिले के दौरे के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) व सत्तारूढ़ YSRCP के कई कार्यकर्ता घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, 13 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और चित्तूर शहर के सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए नायडू ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं. इसीलिए रैली निकाली गई जिसमें पथराव हुआ.
नहीं लगी धारा 144
चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने देर रात बताया कि हालात अब काबू में है और फिलहाल सीआरपीसी 144 की धारा की जरूरत नहीं है. पुलिस ने बताया कि नायडू की TDP के साथ-साथ सत्तारूढ़ YSRCP के कई समर्थक भी घायल हुए हैं. कई जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए नायडू ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं. ये परियोजनाएं नायडू के मुख्यमंत्री दौर में शुरू की गईं थीं.
पुलिसकर्मियों पर हमला
चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई रिशांत रेड्डी ने कहा, ‘‘पुंगानुर के रास्ते में भीषण पथराव की घटना सामने आई है जहां पुलिस उपाधीक्षक समेत 20 से अधिक पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया.’’ उन्होंने कहा कि अन्नामय्या जिले के मुलकलाचेरूवु में एक रैली में भाषण देते हुए नायडू ने कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की जिसके बाद हिंसक संघर्ष शुरू हो गया. उस रैली में नायडू ने थंबलपल्ले के विधायक पी द्वारकानाथ रेड्डी को ‘रावण’ कहा था.
भीड़ को किया कम
रेड्डी ने कहा कि इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया स्वरूप सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों ने चित्तूर में अंगल्लू के रास्ते को जाम को कर दिया जबकि नायडू उधर की ओर भी बढ़ रहे थे. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, उसके बाद TDP कार्यकर्ताओं ने पथराव किया जिसमें दोनों तरफ से कई समर्थक घायल हो गये. उन्होंने कहा कि दंगे जैसी स्थिति में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया.
कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका
पुंगानूर में निर्धारित नायडू की अगली रैली में कानून व्यवस्था की ओर समस्या खड़ी होने के अंदेशा से पुलिस ने शहर के प्रवेश मार्ग पर बैरीकेड लगा दिए और रोडशो को बाईपास से जाने दिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वहां नायडू का इंतजार कर रहे तेदेपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पुलिस पर हमला किया और बस एवं वज्र वाहन में आग लगा दी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इस बीच, नायडू ने तेदेपा कार्यकर्ताओं पर कथित हमले को लेकर वाईएसआरसीपी की निंदा की.