Muslim inmates in UP jail hold navratra fast for communal harmony: जेल प्रशासन उपवास करने वाले ऐसे सभी कैदियों के लिए विशेष इंतजाम कर रहा है. उपवास करने वाले कैदियों ने कहा कि वह ऐसा करके लोगों को आपपसी प्रेम, भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दे रहे हैं.
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Muslim inmates hold navratra fast in Muzaffarnagar: एक तरफ जहां देश के अलग-अलग राज्यों में गरबा डांस के प्रोग्राम में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध की खबरें और उनके साथ कथित तौर पर मारपीट करने की भी खबरें आ रही हैं, वहीं, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक ऐसी खबर आई है, जो बेहद सकून देने वाली है. ऐसी खबरें सांप्रदायिक और नफरत फैलाने वाले लोगों के मंसूबों पर पानी फेर देते हैं. अभी देशभर में नवरात्र चल रहे हैं. हिंदू समुदाय के लोग इसमें लगातार नौ दिनों तक उपवास करते हैं. इसी बीच, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar Jail) से खबर आई है कि यहां के जिला कारगार में बंद सैंकड़ों मुस्लिम कैदी (Muslim inmates) भी हिंदू कैदियों के साथ नवरात्र पर उपवास (navratra fast) कर रहे हैं.
218 मुस्लिम कैदी कर रहे हैं उपवास
मुजफ्फरनगर जिला कारागार के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि जिला कारागार के 200 से ज्यादा मुस्लिम कैदी हिंदू कैदियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उनके साथ नवरात्र का उपवास कर रहे हैं. शर्मा ने बताया कि 218 मुस्लिम कैदी 1,104 हिंदू कैदियों के साथ नवरात्र का उपवास कर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपवास करने वाले कैदियों के लिए जिला जेल में फल, दूध और ’कुट्टू’ का आटा उपलब्ध कराने के लिए जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है.
सभी की आस्था का होता है सम्मान
उपवास करने वाले मुस्लिम कैदी मुजम्मिल कहते हैं, "यहां ढेर सारे कैदी उपवास कर रहे हैं, उनको देखकर मैंने भी उपवास करने का फैसला किया. अगर कोई हिंदू रमजान के रोजे रख सकता है, तो मैं नवरात्र पर उपवास क्यों नहीं कर सकता है ? जैसे, रमजान के रोजे से शरीर और आत्मा का शुद्धिकरण होता है, वैसे ही उपवास से भी होता है. हमें उपवास कर बहुत अच्छा लग रहा है. उपवास और रोजे बस नाम दो हैं, लेकिन इन सबका मकसद तो एक ही है.’’ एक अन्य कैदी चंदन कहते हैं, ’’हम सभी जेल के अंदर से लोगों को सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देना चाह रहे हैं.’’ जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा, ’’ ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुस्लिम कैदी ही नवरात्र के उपवास कर रहे हैं, यहां कई हिंदू कैदी भी हैं, जो रमजान के दिनों में पूरी आस्था के साथ महीने भर का रोजा रखते हैं. जेल प्रशासन उन सभी के लिए समान रूप से इंतजाम करता है. हम किसी कैदी से कोई भेदभाव नहीं करते हैं. सभी की आस्थाओं का सम्मान किया जाता है.
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