भारत के दबाव में झुकी ब्रिटेन हुकूमत! इंडियन वैक्सीन Covishield को दी मान्यता
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam991682

भारत के दबाव में झुकी ब्रिटेन हुकूमत! इंडियन वैक्सीन Covishield को दी मान्यता

ब्रिटेन की तरफ से इस अपडेटेड ट्रैवल एडवाइजरी को चारों तरफ कड़ी आलोचना के बाद जारी किया गया है.

सांकेतिक फोटो

नई दिल्ली: ब्रिटेन की नई ट्रेवल एडवाइज़री में एस्ट्रा ज़ेनेका की वैक्सीन, कोविशील्ड को अप्रूव्ड वैक्सीन बताया गया है. अब भारत से ब्रिटेन जाने की ख्वाहिश रखने वालों को कोई दिक्कत नहीं होगी. इससे पहले ब्रिटेन की हुकूमत ने भारत में लगने वाली दोनों वैक्सीन को मान्यता न देने की बात कही थी. इस वजह से दोनों मुल्कों के दरमियान तकरार की सूरते हाल पैदा हो गई थी.

ट्रैवल एडवाइजरी में बदलाव
4 अक्टूबर को सुबह 4 बजे से लागू होने वाली नई ट्रैवल गाइडलाइंस में कहा गया है, चार सूचीबद्ध टीकों के फॉर्मूलेशन - एस्ट्राजेनेका कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका वैक्सजेवरिया और मॉडर्ना टाकेडा को अप्रूवल दिया गया है. इसमें आगे कहा गया है, 'इंग्लैंड पहुंचने से कम से कम 14 दिन पहले आपके पास एक मंज़ूर शुदा टीके का पूरा कोर्स होना चाहिए.'

ये भी पढ़ें: US ने किया नवंबर से सीमाएं खोलने का ऐलान, इस वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके भारतीय कर सकेंगे एंट्री

हालांकि इसको लेकर नई ट्रैवल गाइडलाइंस जारी की गई है कि 4 अक्टूबर तक मिश्रित टीकों की इजाज़त सिर्फ तभी दी जाती है, जब आपको यूके, यूरोप, यूएसए या यूके के विदेशी टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीका लगाया गया हो.

मंगलवार को यूके उच्चायोग के एक बयान के मतुाबिक, इसकी सरकार वैक्सीन प्रमाणन की मान्यता का विस्तार करने के लिए भारत के साथ काम कर रही है. उनका बयान भारत में टीकाकरण प्रमाणन पर संदेह को लेकर था.

गौरतलब है कि ब्रिटेन की तरफ से इस अपडेटेड ट्रैवल एडवाइजरी को चारों तरफ कड़ी आलोचना के बाद जारी किया गया है. डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि सभी देशों को डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों का पालन करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Afghanistan से निकाली गईं 7 महिला ताईक्वांडो खिलाड़ी, Australia में ली शरण

काबिले जिक्र है कि भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने मंगलवार को कहा था कि कोविड वैक्सीन की दो डोज़ लगवा चुके लोगों को ब्रिटेन में वैक्सीनेटेड न माना जाना भेदभावपूर्ण है. उन्होंने कहा था, "हम देख रहे हैं कि इस मामले का निबटारा कैसे होता है. अगर कोई संतोषजनक हल नहीं निकला तो भारत के पास भी ब्रिटेन के ख़िलाफ़ ऐसा ही कदम उठाने का हक है."

Zee Salaam Live TV:

Trending news