UP में 7 सीटों पर ज़िमनी इंतेखाबात आज, 6 सीटों पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर
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UP में 7 सीटों पर ज़िमनी इंतेखाबात आज, 6 सीटों पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर

ज़िमनी इंतेखाबात के लिए जहां इक्तेदार में बैठी (सत्ताधारी) भाजपा ने जोरदार प्रचार किया है, वहीं कांग्रेस, सपा और बीएसपी के शीर्ष नेताओं ने खुद को प्रचार अभियान से दूर रखा है.

फाइल फोटो

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आज 7 असेंबली सीटों पर उपचुनाव (ज़िमनी इंतेखाबात) के लिए वोटिंग हो रही है, जिनके नतीजों का ऐलान 10 नवंबर को होंगा. चुवान वाली सीटों अमरोहा की नौगवां सादात, बुलंदशहर, टुंडला, उन्नाव में बांगरमऊ, कानपुर के घाटमपुर, देवरिया सदर और जौनपुर की मल्हनी असेंबली सीटें शामिल हैं.

ज़िमनी इंतेखाबात के लिए जहां इक्तेदार में बैठी (सत्ताधारी) भाजपा ने जोरदार प्रचार किया है, वहीं कांग्रेस, सपा और बीएसपी के शीर्ष नेताओं ने खुद को प्रचार अभियान से दूर रखा है. बीजेपी के लिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर सीट पर चुनावी रैली की है. वहीं अखिलेश, माया और प्रियंका ने चुनावी रैलियों से दूरी बनाए रखी.

बुलंदशहर में सबसे ज्यादा प्रत्याशी
उत्तर प्रदेश के चीफ इलेक्शन अफसर अजय कुमार शुक्‍ला ने बताया कि ज़िमनी इंतेखाबात वाली सातों सीटों पर गैर जानिबदाराना (निष्पक्ष), शांतिपूर्ण, समावेशी और कोविड-19 को नज़र में रखते हुए वोटिंग के लिए तमाम तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं. 

सातों सीटों के लिए होने वाले ज़िमनी चुवनों में आज़ाद उम्मीदवारों समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें सबसे ज्यादा 18 प्रत्‍याशी बुलंदशहर सीट पर हैं. इसके अलावा जौनपुर जिले की मल्‍हनी सीट पर 16 उम्‍मीदवार चुनावी मैदान में हैं.

घाटमपुर सीट पर सबसे कम प्रत्याशी
अमरोहा जिले की नौगांव-सादात सीट और देवरिया सदर सीट पर 14-14 उम्‍मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा फिरोजाबाद की टूंडला और उन्‍नाव की बांगरमऊ सीट पर 10-10 उम्‍मीदवार मैदान में हैं, जबकि कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट पर सबसे कम 6 उम्‍मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी, एसपी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने इस चुनाव में अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. कुछ सीटों पर राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्‍तेहादुल मुसलमीन ने भी अपने प्रत्‍याशी उतारे हैं.

उपचुनाव BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
उपचुनाव सत्‍तारूढ़ भाजपा के लिए प्रतिष्‍ठा का सवाल है, क्‍योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से 6 सीटें उसने जीती थीं. अगर इन सीटों पर बीजेपी को जीत नहीं मिली, तो 2022 विधानसभा चुनाव के लिए इसके निहितार्थ निकाले जाएंगे. यह उपचुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार की लोकप्रियता के आकलन की कसौटी होंगे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह ने दावा किया है कि सभी 7 सीटों पर कमल का फूल खिलेगा. दूसरी ओर सपा अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा का लक्ष्‍य 2022 का विधानसभा चुनाव है और जीत की शुरुआत उप चुनाव से ही होगी.

नौगांव-सादात सीट पर चेतन चौहान की पत्नी
योगी सरकार में मंत्री रहे पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन से खाली हुई नौगांव-सादात सीट पर बीजेपी से उनकी पत्‍नी संगीता चौहान, कांग्रेस से कमलेश सिंह, सपा से जावेद अब्‍बास, बीएसपी से फुरकान और राकांपा से हशमत अली समेत अन्‍य उम्‍मीदवार चुनाव मैदान में हैं.

घाटमपुर सीट पर BJP से उपेंद्र नाथ पासवान
योगी सरकार में मंत्री रहीं कमल रानी वरुण के निधन से खाली हुई कानपुर की घाटमपुर सीट पर बीजेपी से उपेंद्र नाथ पासवान, सपा से इंद्रजीत कोरी, बीएसपी से कुलदीप संखवार और कांग्रेस से डॉ कृपा शंकर उम्‍मीदवार हैं.

बुलंदशहर सीट पर वीरेंद्र सिंह सिरोही की पत्नी
यूपी विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के मुख्‍य सचेतक रहे वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन से खाली बुलंदशहर सीट पर भाजपा ने उनकी पत्‍नी ऊषा सिरोही, बीएसपी ने मोहम्‍मद युनूस, कांग्रेस ने सुशील चौधरी, राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने योगेंद्र शंकर शर्मा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्‍तेहादुल मुसलमीन ने दिलशाद अहमद और राष्‍ट्रीय लोकदल ने प्रवीण कुमार सिंह को मौका दिया है. समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर राष्‍ट्रीय लोकदल को समर्थन दिया है.

बांगरमऊ में कौन लेगा कुलदीप सेंगर की जगह?
उन्‍नाव की बांगरमऊ सीट पर कांग्रेस से आरती बाजपेयी, बहुजन समाज पार्टी से महेश प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी से श्रीकांत कटियार चुनाव मैदान में हैं, जबकि समाजवादी पार्टी ने यहां सुरेश कुमार पाल को मैदान में उतारा है. बांगरमऊ सीट कुलदीप सेंगर के रेप केस में सजायाफ्ता होने से खाली हुई है.

देवरिया सदर सीट पर त्रिपाठियों के बीच है जंग
भाजपा विधायक जनमेजय सिंह के निधन से रिक्‍त हुई देवरिया सदर सीट पर भारतीय जनता पार्टी से सत्‍यप्रकाश मणि त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी से ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी, बहुजन समाज पार्टी से अभय नाथ त्रिपाठी और कांग्रेस से मुकुंद भाष्‍कर तथा राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अशोक यादव चुनाव मैदान में हैं. देवरिया में बीजेपी से टिकट न मिलने पर जनमेजय के पुत्र अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू निर्दलीय उम्‍मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

मल्हनी में पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी मैदान में हैं
समाजवादी पार्टी के विधायक पारसनाथ यादव के निधन से रिक्‍त हुई मल्‍हनी सीट पर सपा ने लकी यादव, भारतीय जनता पार्टी ने मनोज कुमार सिंह, बहुजन समाज पार्टी ने जयप्रकाश दुबे, कांग्रेस ने राकेश मिश्र और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सतीश चंद्र उपाध्‍याय को मौका दिया है. पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी यहां से किस्‍मत आजमा रहे हैं.

टूंडला में रद्द हो चुका है कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा
बीजेपी सरकार में मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल के आगरा से सांसद बनने के बाद रिक्‍त हुई टूंडला सीट पर बीजेपी से प्रेम पाल सिंह धनगर, समाजवादी पार्टी से महराज सिंह धनगर और बहुजन समाज पार्टी से संजीव चक मैदान में हैं। यहां कांग्रेस उम्‍मीदवार का नामांकन पहले ही निरस्‍त हो चुका है.

छह सीटों पर BJP और SP में है सीधा मुकाबला
कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए बांगरमऊ सीट पर अपना ध्यान केंद्रित किया है, जबकि अन्य विधानसभा सीटों पर मुख्यत: बीजेपी और एसपी के बीच लड़ाई है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह, उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ दिनेश शर्मा तथा पार्टी पदाधिकारियों एवं अन्य मंत्रियों ने डिजिटल माध्यम से संवाद के अलावा चुनाव क्षेत्रों में जाकर लगातार जनसभाएं और जनसंपर्क किया. उपचुनाव के नतीजों से सियासी दलों के प्रति मतदाताओं के रुख का पता चलेगा.

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