Congress on RSS: आरएसएस को PM भी नहीं लेते गंभीरता से, कांग्रेस ने बोला संघ पर हमला
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2292925

Congress on RSS: आरएसएस को PM भी नहीं लेते गंभीरता से, कांग्रेस ने बोला संघ पर हमला

Congress on RSS: कांग्रेस ने आरएसएस पर हमा बोले है. पार्टी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि पीएम मोदी भी आरएसएस को गंभीरता से नहीं लेते हैं. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.

Congress on RSS: आरएसएस को PM भी नहीं लेते गंभीरता से, कांग्रेस ने बोला संघ पर हमला

Congress on RSS: सीनियर आरएसएस सदस्य इंद्रेश कुमार द्वारा सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक की आलोचना पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में, कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि आरएसएस को 'गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए.'

कांग्रेस स्पोकपर्सन ने क्या कहा?

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आरएसएस को कौन गंभीरता से लेता है? पीएम मोदी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते, तो हम क्यों लें?... अगर वह बोलने के समय बोलते, तो हर कोई उन्हें गंभीरता से लेता. उस समय, वे (आरएसएस) चुप रहे. उन्होंने भी सत्ता का आनंद लिया."

इंद्रेश कुमार ने लिया था आड़े हाथों

हाल के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने गुरुवार को भाजपा को उसके ‘अहंकार’ और इंडिया ब्लॉक को ‘राम विरोधी’ होने के लिए आड़े हाथों लिया था. हालांकि कुमार ने जयपुर में एक कार्यक्रम में अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन यह स्पष्ट था कि वह किसके बारे में बात कर रहे थे, क्योंकि उन्होंने प्रत्येक पक्ष के जरिए जीती गई लोकसभा सीटों की संख्या का जिक्र किया था.

हालांकि कुमार ने जयपुर में एक कार्यक्रम में अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन यह स्पष्ट था कि वह किसके बारे में बात कर रहे थे, क्योंकि उन्होंने प्रत्येक पक्ष के जरिए जीती गई लोकसभा सीटों की संख्या का उल्लेख किया था. आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ने कहा, "जो पार्टी 'भक्ति' करती थी, लेकिन अहंकारी थी, उसे 241 (240) पर रोक दिया गया, लेकिन वह सबसे बड़ी पार्टी बन गई, और जिनकी भगवान राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें 234 पर रोक दिया गया."

19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून को संपन्न हुए सात फेज के आम चुनावों के नतीजे भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में अपनी तीसरी लगातार सरकार बनाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के शीर्ष पद पर विजयी हुए. हालांकि, भगवा पार्टी लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल करने में विफल रही और अपने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सहयोगियों के साथ सत्ता में है; कुल मिलाकर, एनडीए के पास 543 सदस्यीय लोकसभा में 293 प्रतिनिधि हैं. उधर कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की हैं.

Trending news