कोरोना की तीसरी लहर में कितने मुतासिर होंगे बच्चे, जाने क्या है बचाव के तरीके
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कोरोना की तीसरी लहर में कितने मुतासिर होंगे बच्चे, जाने क्या है बचाव के तरीके

हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि बच्चों में टीका लगाने का सरकार का अभी कोई मंसूबा नहीं है. इसलिए तीसरी लहर में बच्चें ज्यादा मुतासिर हो सकते हैं. उनको बचाना है तो उनका वैक्सीनेशन करना जरूरी होगा  

अलामती तस्वीर

नई दिल्लीः पूरा मुल्क इस वक्त कोविड-19 इंफेक्शन की चपेट में है. नए केसों में जहां मामूली कमी दर्ज की गई है, वहीं कोविड के होने वाली मौत के आंकड़े अभी कम होते नहीं दिख रहे हैं. माहिरीन का मानना है कि कोविड की अभी दूसरी लहर है, जिसमें उम्रदराज लोगों के साथ नौजवान भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. वहीं दूसरी जानिब डॉक्टर का मानना है कि अभी कोविड की तीसरी लहर भी आनी है, जो पहली और दूसरी लहर से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है. इस तीसरी लहर में भी कोविड का असर बच्चों पर भी पड़ेगा. तीसरी लहर और बच्चों पर पड़ने वाले इसके संभावित असर को लेकर गार्जियन काफी परेशान है. बच्चों में कोविड के संक्रमण को लेकर उनके अंदर कई तरह के सवाल और तजस्सुस हैं. कई डॉक्टर्स से बातचीत कर हमने बच्चों में कोविड इंफेक्शन से जुड़े कुछ सवालों और उनके जवाब तैयार किए हैं.

10 से 15 फीसदी तक बच्चें हो सकते हैं मुतासिर 
कोविड और कोविड से जुड़े मामलों के एक्सपर्ट बताते हैं कि कोविड की तीसरी लहर दूसरी और पहली लहर से ज्यादा बच्चों को मुतासिर करेगी. एक अंदाजा के मुताबिक तीसरी लहर में 12-15 फीसदी मामले बच्चों के होंगे. वहीं दूसरी लहर में बच्चों के इंफेक्शन का स्तर 4-6 फीसदी रहा है जबकि पहली लहर में सिर्फ 1-2 फीसदी बच्चें ही इसकी चपेट में आए थे. हालांकि कोविड अभी इसको लेकर किए जा रहे रिसर्च के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. 

टीका नहीं लगाने से बिगड़ेंगे हालात  
डॉक्टर बताते हैं कि मुल्क में 18 साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे का टीकाकरण नहीं हो रहा है. जवान लोगों में वायरस के कंटैक्ट में आने से एंटीबॉडी बन जाती है तो उन्हें फौरन वैक्सीन नहीं भी मिलती है तो उनके लिए जान का उतना खतरा नहीं. हालांकि हमारे पास इस बात का डेटा नहीं है कि हमारे कितने प्रतिशत बच्चों में एंटीबॉडीज हैं? दूसरी जानिब बच्चों में टीका लगाने का सरकार का अभी कोई मंसूबा भी नहीं है. इसलिए तीसरी लहर में बच्चें ज्यादा मुतासिर हो सकते हैं. 

वैक्सीनेशन ही है वाहिद इलाज 
डॉक्टर का कहना है कि संभावित तीसरी लहर में बच्चों को कोविड से बचाने के लिए उनका टीकाकरण करना जरूरी है. हुकूमत अगर अभी से इस तरफ ध्यान देगी चीजों को बहुत ज्यादा बिगड़ने से रोका जा सकता है. बड़ो के साथ बच्चों के टीका के लिए भी हिकमत अमली बनानी चाहिए. जो कोविड सेंटर अभी चल रहे हैं, उन्हें बच्चों के सेंटर में तब्दील किया जाना चाहिए. 

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