बक़रीद को लेकर लखनऊ में हुई अहम बैठक, उलमा और ज़िला प्रशासन ने की शिरकत
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बक़रीद को लेकर लखनऊ में हुई अहम बैठक, उलमा और ज़िला प्रशासन ने की शिरकत

बैठक के दौरान खालिद रशीद ने मुसलमानों से यह भी अपील की कि कुर्बानी की फोटो और वीडियोज सोशल मीडिया पर न डालें.

बक़रीद को लेकर लखनऊ में हुई अहम बैठक, फाइल फोटो

लखनऊ/अहमर हुसैन: ऐशबाग ईदगाह लखनऊ में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के ज़ेरे एहतमाम ईदगाह कमेटी और जिला प्रशासन के बीच ईदुल अज़्हा की तैय्यारियों के सिलसिले में एक अहम बैठक हुई, जिसमें उलमा ए कराम और मुअज़्ज़ज़ शहरियों ने शिरकत की.

खालिद रशीद फिरंगी महली की जिला प्रशासन से अपील
ऐशबाग ईदगाह के इमाम और चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मीटिंग को खिताब करते हुए कहा कि इस साल बकरईद 21 जुलाई 2021 को होगी जो हमेशा की तरह पुर अमन तरीक़े से मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के दो सबसे अहम त्यौहार हैं. एक ईद उल फ़ित्र और दूसरा ईद उज अज़हा. इसलिए ईद उल अज़हा के मौक़े पर जिला प्रशासन व नगर निगम की जिम्मेदारी है कि पूरे प्रदेश की ईदगाहों और तमाम मस्जिदों के आस पास मुनासिब सफाई कराए और बिजली व पानी की सप्लाई यक़ीनी बनाए.

'ईद-उल-अज़हा के मौके पर कुर्बानी के जानवरों की आने जाने में रूकावट न लगाई जाए'
उन्होंने कहा कि ईद-उल-अज़हा के मुबारक दिनों में शहर का अमन व अमान और सलामती बनाए रखने के लिए मुनासिब सिस्टम कायम किया जाए. उन्होंने कहा कि कुर्बानी के जानवरों की आने जाने में किसी तरह की रूकावट न लगाई जाए. कुर्बानी जो कि 21, 22 और 23 जुलाई को की जाएगी, इन दिनों में भी सफाई के खास इंतिज़ाम को यकीनी बनाया जाए.

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मुसलमानों को गली या खुले में कुर्बानी ना करने का मशवरा
खालिद रशीद ने मुसलमानों से यह भी अपील की कि कुर्बानी की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर न डालें. उन्होंने कहा कि ईदुल-अज़्हा के मौक़े पर अवाम को ज़्यादा से ज़्यादा सहूलतें पहुंचाई जाए और ईदगाह मैदान और उसके आस पास में सफाई पर ख़ास़ ध्यान दिया जाए. आवारा जानवरों को बन्द रखा जाऐ और पानी के टैंकर का इन्तिज़ाम किया जाए और उसी के साथ साथ एम्बुलेंस की भी सुहूलत मुहय्या करायी जाए. मौलाना फरंगी महली ने कहा कि ईद उल अज़हा में हर साहिब-ए-निसाब मुसलमान पर कुर्बानी करना वाजिब है. उन्होने अपील की कि सड़क, गली या खुले में कुर्बानी न करें बल्कि मदरसों में कुर्बानी का एहतिमाम करें.

ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने उलमा को दिलाया भरोसा
मीटिंग में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर पियूष मोडिया ने इन तमाम बातों पर अमल करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि हर साल से अच्छा इस साल बंदोबस्त कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम इस सिलसिले में पूरी तरह चौकस हैं. हम अपनी जानिब से कोई कमी नही छोड़ेंगें. इस लिए हम शहरियों से भरपुर सहयोग की अपील करते हैं.

'किसी संदिग्ध शख्स या वस्तु को देख कर फौरन प्रशासन को खबर दें'
उन्होंने लोगों की हिफाज़त का ख़्याल रखते हुए कहा कि कोई भी संदिग्ध शख्स या वस्तु को देख कर फौरन प्रशासन को खबर दें. ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए इस बीमारी को काबू करने का जो सबसे उचित साधन है उसपर अमल करना है.

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'एक वक्त में 50 से ज्यादा नमाज़ी ईदगाह में ना जाएं'
उन्होने कहा कि जिस तरह अवाम ने पिछले त्यौहारों पर सरकार के हुक्म पर अमल किया है. इसी तरह  ईद उल अज़हा में भी अमल करें और मस्जिदों में उतने ही नमाजी जाएं, जितनी की इजाज़त है. उन्होने कहा कि ईद उल अज़हा में भी सरकारी गाइड लाइन पर हम सबको अमल करना है. और किसी भी धार्मिक स्थल में एक वक्त में 50 से ज्यादा लोगों को जमा नहीं होना है और वहां पर भी मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजर का एहतिमाम करना है. राजधानी लखनऊ में होने वाली इस अहम बैठक में कई अफसरों ने शिरकत की.

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