दिल्ली और अलीगढ़ तशद्दुद पर सामने आई खुफिया रिपोर्ट, इन तंज़ीमों के जुड़े हैं तार
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दिल्ली और अलीगढ़ तशद्दुद पर सामने आई खुफिया रिपोर्ट, इन तंज़ीमों के जुड़े हैं तार

PFI और उत्तर भारत में सरगर्म भीम आर्मी तंज़ीम हाल ही में मग़रिबी यूपी और दिल्ली में शहरियत तरमीमी कानून (सीएए) को लेकर हुए तशद्दुद में अहम मुश्तबा के तौर पर उभरकर सामने आए हैं. PFI का जहां कट्टरपंथी इस्लामिक तंज़ीमों से तअल्लुक है वहीं भीम आर्मी एक अंबेडकरवादी तंज़ीम है.

फाइल फोटो...

नई दिल्ली: दिल्ली के नॉर्थ-इस्ट इलाके में दो दिनों से आगज़नी और पत्थरबाजी की वारदात सामने आईं. इस हंगामे में अब तक हेड कॉन्सटेबल समेत 9 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों ज़ख्मी हैं. दिल्ली में बढ़ती कशीदगी को देखते हुए पुलिस ने सिक्योरिटी सख्त कर दी है. दिल्ली में हुए तशद्दुद पर खूफिया रिपोर्ट सामने आई है जिसमे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का हाथ होने की बात का खुलासा हुआ है.

PFI और उत्तर भारत में सरगर्म भीम आर्मी तंज़ीम हाल ही में मग़रिबी यूपी और दिल्ली में शहरियत तरमीमी कानून (सीएए) को लेकर हुए तशद्दुद में अहम मुश्तबा के तौर पर उभरकर सामने आए हैं. PFI का जहां कट्टरपंथी इस्लामिक तंज़ीमों से तअल्लुक है वहीं भीम आर्मी एक अंबेडकरवादी तंज़ीम है. उप्र रियासत के खुफिया महकमा ने कुछ अहम मोबाइल फोन नंबरों की कॉल डिटेल की बुनियाद पर खुलासा किया है कि दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट जिले में गुज़िश्ता दो दिनों में आग़ज़नी और गोलीबारी से मुतअल्लिक वारदातों में PFI का हाथ है.

रिपोर्ट में इतवार को खुलासा किया कि अलीगढ़ के अंबेडकर पार्क में अहतेजाज करने वाले भीम आर्मी के ओहदेदारों ने नगर मजिस्ट्रेट को एक मेमोरेंडम सौंपने के बाद PFI अफसरों से मुलाकात की. इसी दौरान एएमयू (AMU) के तलबा के एक ऑर्गेनाइजेशन ने भी भीम आर्मी और PFI लीडरान से मुलाकात की. रिपोर्ट में कहा गया कि भीम आर्मी की कयादत में एक बड़ा वफ्द शहर के दरमियान एक मज़हबी मकाम पर पहुंचा, जहां उन्होंने पोस्टर हटाने शुरू कर दिए और हुकूमत के खिलाफ़ नारेबाजी शुरू कर दी.

पुलिस की जानिब से मुख़ालिफ़त किए जाने पर गुस्साई भीड़ ने पुलिस फोर्सेज़ पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके बाद शहर के अपर कोर्ट और जमालपुर इलाके में भी तशद्दुद शुरू हो गया, जहां पहले से ही सीएए (CAA) को लेकर बड़ी मुखालिफत मुज़ाहिरा चल रहा था. अलीगढ़ पुलिस के एक इलाकाई अफसर (सीओ) ने फोन पर बताया, "कई मकामात पर एक साथ ही पुर-तशद्दुद वारदातें शुरू हो गईं. ऐसा लगता है कि यह (पत्थरबाजी) मंसूबाबंदी थी और दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट जिला में हुए तशद्दुद से तअल्लुक है. हम कुछ अहम फोन नंबरों के डाटा ले रहे हैं."

आपको बता दें कि दिल्ली और अलीगढ़ में सीएए की मुखालिफत में हुए तशद्दुद के वक्त और पैटर्न में काफी मुमासलत हैं. जैसे रिपोर्ट के मुताबिक, "दोनों मकामात पर तशद्दुद की शुरुआत पत्थरबाजी से हुई. भीड़ बढ़ने के बाद तशद्दुद करने वाले, जिनमें ज्यादातर हथियारों से लैस थे, उन्होंने आगज़नी करना और दुकानें लूटना शुरू कर दिया." रिपोर्ट के मुताबिक, "अलीगढ़ में खैर मार्ग इलाके में दुकानों में लूटपाट हुई, वहीं दिल्ली के जाफराबाद इलाके में एक पेट्रोल पंप में आग लगा दी गई और कई दुकानों को लूट लिया गया." रिपोर्ट में आगे लिखा है, "पुर-तशद्दुद मुज़ाहिरीन ने पुलिस अहलकारों को निशाना बनाकर हमला किया. निशाना बनाकर किए गए इन हमलों में दिल्ली में हेड कांस्टेबल रतनलाल की मौत हो गई, वहीं पुलिस नायब कमिश्नर अमित शर्मा शदीद तौर पर ज़ख्मी हो गए थे."

रिपोर्ट के मुताबिक "अलीगढ़ में पुलिस सुपरिटेंडेंट रविंद्र कुमार सिंह और कई दीगर कांस्टेबलों पर भीड़ ने हमला कर दिया. सीएए मुखालिफ मुज़ाहिरीन ने पुलिस की गाड़ियों समेत दीगर सरकारी जायदादों को भी तबाह कर दिया." इससे पहले (ईडी) की जानिब से वज़ारते दाखिला को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया कि PFI ने अपने बैंक खाते से सीएए मुखालिफ मुज़ाहिरों में मुलव्विस कई लोगों को रुपए भेजे. मग़रिबी उत्तर प्रदेश में ऐसे 73 बैंक खातों की निशांदही की गई. ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक, अहम लेन-देन PFI के दिल्ली में वाके अहम खाते से हुए.

PFI का हेडक्वार्टर शाहीन बाग में वाके है, जहां मुल्क का सबसे बड़ा सीएए मुखालिफ मुज़ाहिरा चल रहा है. PFI लीडरों और भीम आर्मी के ओहदे दारियों के दरमियान तअल्लुक ईडी ने भी उजागर किए हैं. रिपोर्ट्स में कहा गया कि PFI का दिल्ली रियासती सद्र मोहम्मद परवेज़ अहमद शाहीन बाग़ मुज़ाहिरे का अहम हिस्सेदार है. परवेज़ भीम आर्मी के कई व्हाट्सएप ग्रुपों से भी जुड़ा हुआ है.

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