Land for Job Scam: ED ने दाखिल किया आरोपपत्र; लालू यादव की एक और बेटी का नाम शामिल
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Land for Job Scam: ED ने दाखिल किया आरोपपत्र; लालू यादव की एक और बेटी का नाम शामिल

Land for Job Scam: सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में एक विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) कोर्ट के समक्ष कुल 7 मुल्जिमों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया और कोर्ट ने मामले को 16 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है.

Land for Job Scam: ED ने दाखिल किया आरोपपत्र; लालू यादव की एक और बेटी का नाम शामिल

Land for Job Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रेलवे में ‘नौकरी के बदले जमीन’ से संबंधित धन शोधन मामले में आज यानी 9 जनवरी को अपना पहला आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी सांसद बेटी मीसा भारती का नाम शामिल है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.

आरोपपत्र में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चीफ लालू प्रसाद यादव की एक और बेटी हेमा यादव (40), परिवार के एक कथित ‘‘नजदीकी सहयोगी’’ अमित कात्याल (49), एक पूर्व रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी, दो कंपनी ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और ए.बी. एक्सपोर्ट्स प्रा. लिमिटेड और दोनों कंपनी के समान निदेशक का भी नाम शामिल है. 

7 मुल्जिमों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में एक विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) कोर्ट के समक्ष कुल 7 मुल्जिमों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया और कोर्ट ने मामले को 16 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है.  ED ने इस मामले में कात्याल को पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया था, जबकि लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को समन जारी किया था, लेकिन वे अभी तक पूछताछ में शामिल नहीं हुए हैं. 

राबड़ी देवी समेत इन लोगों से हो चुकी है पूछताछ
ईडी इस मामले में राबड़ी देवी (68) और उनकी तीन बेटियां- मीसा भारती (47), चंदा यादव और रागिनी यादव, से पूछताछ कर चुकी है. मीसा भारती राजद की राज्यसभा सांसद भी हैं. कथित घोटाला उस वक्त का है जब लालू प्रसाद यादव UPA-1 सरकार में रेल मंत्री थे. इनपर इल्जाम है कि 2004 से 2009 तक कई लोगों को भारतीय रेल के मुख्तलिफ जोन में ‘ग्रुप डी’ के पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में इन लोगों ने अपनी भूमि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद और ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की थी.

ईडी ने क्या कहा था?
ईडी ने पहले कहा था, "ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड इस मामले में कथित तौर पर एक ‘‘लाभार्थी कंपनी’’ है और दक्षिणी दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में इसके पंजीकृत पते का इस्तेमाल तेजस्वी यादव के जरिए किया जा रहा था." एजेंसी के मुताबिक, कात्याल इस कंपनी के डायरेक्टर भी रह चुके हैं. ए.बी. एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, तेजस्वी यादव और चंदा यादव के स्वामित्व वाली एक ‘‘मुखौटा’’ या नकली कंपनी है और इसका पंजीकृत पता भी न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित बंगले का है.

ईडी ने लगाया था ये इल्जाम
ईडी ने इल्जाम लगाया कि राबड़ी देवी और हेमा यादव ने रेलवे में नियुक्त लोगों से ‘‘अवैध रूप से’’ हासिल किए गए चार भूखंड को ‘मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड’ को बेच दिया. यह कंपनी राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना से संबंधित कंपनी है. इसके अलावा, राबड़ी देवी और हेमा यादव के जरिए प्राप्त ‘‘अपराध की आय’’ को ए.बी. एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और भागीरथी ट्यूब्स को हस्तांतरित कर दिया गया.

ED ने पहले दावा किया था, ‘‘राबड़ी देवी और हेमा यादव ने इन जमीन को 7.5 लाख रुपये की अधिग्रहण लागत के मुकाबले 3.5 करोड़ रुपये में बेच दिया, जिससे उन्हें भारी मुनाफा कमाया.’’ एजेंसी ने आरोपपत्र में कोर्ट से मुल्जिमों के खिलाफ धन शोधन के अपराध के लिए मुकदमा चलाने का गुजारिश की है और इस मामले में पूर्व में कुर्क की गई संपत्तियों को जब्त करने की मांग की है.

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