मनीष सिसोदिया ने कुबूल किया UP के मंत्री की चैलेंज, कहा- "22 को आ रहा हूं, हो जाए खुली बहस"
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मनीष सिसोदिया ने कुबूल किया UP के मंत्री की चैलेंज, कहा- "22 को आ रहा हूं, हो जाए खुली बहस"

दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के यूपी के सरकारी स्कूलों पर निशाना साधने पर सतीश द्विवेदी ने उन्हें और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को चुनौती दी थी

फाइल फोटो

नई दिल्ली: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने यूपी के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी की चुनौती कुबूल कर ली है. साथ में उन्होंने कहा है कि यूपी और दिल्ली के स्कूलों को लेकर खुली बहस के लिए तैयार हूं. मुझे योगी के मंत्रियों की चुनौतियां कुबूल है और मैं 22 दिसंबर को लखनऊ आ रहा हूं. आप बता दीजिए कि मुझे कब और कहां और किससे बहस करनी है.

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दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के यूपी के सरकारी स्कूलों पर निशाना साधने पर सतीश द्विवेदी ने उन्हें और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को चुनौती दी थी. बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने एएनआई से बात करते हुए कहा था कि मैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को उत्तर प्रदेश के स्कूलों का दौरा करने के लिए दावत करता हूं. इससे उनकी आंखें खुल जाएंगी. दिल्ली में कक्षा एक से 12वीं तक सिर्फ 1024 सरकारी स्कूल हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश में 1-8वीं तक 2000 सरकारी स्कूल छोटे-छोटे गांवों में हैं. मुझे सिर्फ उन लोगों की समझ पर तरस आता है, जो 1.59 लाख स्कूलों वाले यूपी की तुलना 1024 स्कूलों वाली दिल्‍ली से कर रहे हैं.

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सिसोदिया ने दिया बजट का तर्क
चुनौती कुबूल करने के साथ मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के तालीमी बजट (Education Budget) की भी तुलना की. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों के मुंह पर स्कूल शब्द अच्छा लगा लेकिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 98 फीसद है. दिल्ली सरकार कुल बजट का 25 फीसदी तालीम पर खर्च करती है. मैं बहस के लिए तैयार हूं, अभी पीछे नहीं हटना है.

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2022 विधानसभा चुनावों में ताल ठोकेगी आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी (AAP) 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश असेंबली चुनाव में ताल ठोकेगी. अरविंद केजरीवाल ने मंगल के रोज़ को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी थी. उन्होंने सवाल उठाया था कि अगर दिल्ली में सहूलियात तैयार की जा सकती हैं, तो यूपी में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है. यूपी में भी मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त बिजली दी जा सकती है.

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