MP News: बर्दाश्त से बाहर हो रहा शिवराज सिंह का दर्द; बोले, "मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा"
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MP News: बर्दाश्त से बाहर हो रहा शिवराज सिंह का दर्द; बोले, "मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा"

MP News: मध्य प्रदेश के नए सीएम मनोहर यादव बन गए हैं, ऐसे में अब राज्य के पूर्व सीएम शिवराज सिंह का बयान आया है. उन्होंने साफ किया है कि कुछ मांगने से बेहतर मरना है.

MP News: बर्दाश्त से बाहर हो रहा शिवराज सिंह का दर्द; बोले, "मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा"

MP News: मध्य प्रदेश में बीते रोज सीएम के पद का ऐलान हो गया है. बीजेपी आला कमान ने मनोहर यादव को एमपी का नया सीएम बनाने का ऐलान कर दिया है. इस सब के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. काफी वक्त से कयास लगाया जा रहा था कि शिवराज सिंह चौहान राज्य के सीएम का पद संभालने वाले हैं. हालांकि नए सीएम के नाम ने सबको हैरान कर दिया. अब सीएम पद को लेकर खुद शिवराज सिंह चौहान का बयान आया है, जिसमें उनका दुख सामने आया है.  उन्होंने साफ कहा है कि मांगने से बेहतर मैं मरना पसंद करूंगा.

"मांगने से बेहतर मरना"

इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि एमपी के चुनाव में शिवराज सिंह एक बड़ा फैक्टर रहे हैं. काफी लोगों ने उनके नाम पर वोट किया है. अब ऐसे में किसी और सीएम को देखकर एमपी की जनता को भी काफी हैरानी हुई है. इस मसले को लेकर शिवराज सिंह ने कहा, "एक बात मैं बड़ी विनम्रता के साथ कहता हूं, अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर, मैं मरना पसंद करूँगा. वह मेरा काम नहीं है और इसी वजह से मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा." शिवराज के इस बयान से साफ़ जाहिर हो रहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें  फिर से प्रदेश की कमान सौंपेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और शिवराज सिंह की इच्छा दबी रह गयी. शिवराज ने पहले तो इसे पार्टी का फैसला मानकर स्वीकार कर लिया लेकिन अब उनका दर्द छलक कर बहार आ गया है. इससे ये भी जाहिर होता है कि पार्टी में शाह और मोदी के फैसले के खिलाफ जाने की किसी नेता में हिम्मत नहीं है, लेकिन पार्टी के अंदर इस बात को लेकर नाराज़गी चरम पर है. 

जीत का फैक्टर शिवारज

यह बात कही जा रही है कि एमपी में बीजेपी की जीत का बड़ा फैक्टर शिवराज सिंह चौहान रहे हैं. उनके जरिए शुरू की गई योजनाओं ने लोगों को काफी मुतास्सिर किया, जिनमें से एक लाडली योजना भी है. इस योजना को महिलाओं के जरिए काफी सराहा गया, जिसके अंतरगत एमपी सरकार लड़कियों के पैदा होने से लेकर शादी तक पढ़ाई में आर्थिक मदद करती है. लड़ती का जन्म होने पर 11 हजार रुपये दिए जाते हैं और फिर शादी से पहले एक लाख रुपये दिए जाते हैं.

एमपी में बेजेपी की जीत में शिवराज का अहम योगदान रहा है. 18 साल राज्य के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान की बात से यह साफ होता है कि वह इस पद को चाहते थे, लेकिन पार्टी की आला कमान के फैसले को सर्वोपरी मानते हैं. वहीं यह फैसला भाजपा पर भी कई सवाल खड़े करता है, आरोप लगते आए हैं कि पार्टी में मोदी और शाह के फैसलों को ही महत्वता दी जाती है.

मनोहर यादव को सीएम बनाने का क्या है मतलब?

मध्य प्रदेश में मनोहर यादव को सीएम का पद देने के कई मतलब निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी यादव फैक्टर का सहारा लेना चाहती है और इसके साथ ही वह ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिसके जरिए उन्होंने यूपी और बिहार की जनता को संदेश देने की कोशिश की है. इसके साथ ही बीजेपी चाहती है कि वह यादव फैक्टर से एमपी और बिहार के लोगों को प्रभावित कर सके.

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