दक्षिण अफ्रीका समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में अप्रैल में ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट के बारे में पता चला था. पिछले सप्ताह तमिलनाडु और तेलंगाना में भी इसके मामले सामने आए थे.
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मुंबईः महाराष्ट्र में पहली बार कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट के सब-वैरिएंट बी.ए. 4 के चार और बी.ए.5 के तीन मरीज पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक अफसर ने शनिवार को यह जानकारी दी. हालांकि अधिकारी ने कहा कि ये हल्के सब-वैरिएंट हैं और चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी रोगियों में हल्के लक्षण हैं और घरों पर ही उनका इलाज चल रहा है.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में अप्रैल में ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट के बारे में पता चला था, लेकिन महाराष्ट्र में अब तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया था. पिछले सप्ताह तमिलनाडु और तेलंगाना में भी इसके मामले सामने आए थे.
For the first time, B.A. 4 & 5 variants have been found in Maharashtra; 4 patients of B.A. 4 variants & 3 patients of B.A. 5 variants in Pune, as per the latest report of the Whole Genomic Sequencing.
— ANI (@ANI) May 28, 2022
सात लोगों में ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट का संक्रमण
अधिकारी ने कहा कि विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान ने जीनोम अनुक्रमण किया, जिसके निष्कर्षों की फरीदाबाद वाके भारतीय जैव डेटा केंद्र ने तस्दीक की है. पुणे के लगभग सात लोगों में ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट का संक्रमण मिला है. उन्होंने कहा कि चार मरीज बी.ए.4 जबकि अन्य बी.ए.5 स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं. इनमें चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं. चार रोगियों की उम्र 50 साल से ज्यादा और दो की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच है, जबकि एक मरीज की उम्र सिर्फ नौ साल है.
मरीज ने ले रखी थी कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक
अधिकारी ने कहा कि सभी छह बालिग मरीज कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक ले चुके हैं, जबकि एक ने तो बूस्टर खुराक भी ले रखी है. बच्चे का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. सभी में कोविड-19 के हल्की अलामत हैं और घरों में ही उनका इलाज चल रहा है. उनके नमूने चार से 18 मई के बीच लिए गए थे और उनमें से दो दक्षिण अफ्रीका और बेल्जियम गए थे, जबकि तीन ने केरल और कर्नाटक की यात्रा की थी. उन्होंने कहा कि दो अन्य रोगियों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है.
अस्पतालों में भर्ती होने के मामले नहीं आ रहे
महामारी रोग के माहिर व राज्य के एकीकृत रोग और निगरानी प्रोग्राम के अधिकारी डॉक्टर प्रदीप आवते ने कहा कि बी.ए.4 और बी.ए.5 ओमीक्रोन के उप-स्वरूप हैं, जिन्हें हल्का माना जाता है. आवते ने कहा कि हालांकि, ये बेहद संक्रामक होते हैं, जिसके चलते बीते कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में इजाफ देखा गया है. लेकिन रोगियों के बड़ी संख्या में अस्पतालों में भर्ती होने के मामले नहीं आ रहे हैं. राज्य के अधिकारी हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं. इससे पहले, 22 मई को तमिलनाडु में बी.ए.4. के जबकि तेलंगाना में बी.ए.5. के मामले सामने आए थे.
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