Sansad Ratna Awards 2023: संसद रत्न पुरस्कार 2023 के लिए अधीर चौधरी, मनोज झा, जॉन ब्रिटास समेत भाजपा समेत विभिन्न दलों से 13 नेताओं को नामांकित किया गया है. ये वह नेता हैं, जो संसद में जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछते हैं.
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नई दिल्लीः कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राजद के मनोज झा और माकपा के जॉन ब्रिटास सहित 13 सांसदों को संसद रत्न पुरस्कार 2023 के लिए नॉमिनेट किया गया है. 13 सांसदों में लोकसभा के आठ और राज्यसभा के पांच सदस्य शामिल हैं, जिनमें तीन सेवानिवृत्त सदस्य भी शामिल हैं.
केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की सदारत वाली एक जूरी समिति और भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस कृष्णमूर्ति की अध्यक्षता में विशेष पुरस्कार श्रेणी के तहत विभागीय रूप से संबंधित दो स्थाई समितियों और एक अन्य प्रतिष्ठित नेता को भी इसमें नामांकित किया गया हैण्
ये नेता हैं इस लिस्ट में शामिल
पुरुस्कार के लिए नामांकित सांसदों में बिद्युत बरन महतो (भाजपा, झारखंड), डॉ. सुकांत मजूमदार (भाजपा, पश्चिम बंगाल), कुलदीप राय शर्मा (आईएनसी, अंडमान निकोबार द्वीप समूह), डॉ. हीना विजयकुमार गावित (भाजपा, महाराष्ट्र), गोपाल चिनय्या शेट्टी (भाजपा, महाराष्ट्र) शामिल हैं. सुधीर गुप्ता (भाजपा, मध्य प्रदेश) और डॉ. अमोल रामसिंह कोल्हे (राकांपा, महाराष्ट्र) को 17वीं लोकसभा में विभिन्न श्रेणियों में उनके प्रदर्शन के लिए शामिल किया गया है.
ब्रिटा, झा, फौजिया तहसीन अहमद खान (राकांपा, महाराष्ट्र) को 2022 में राज्यसभा में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ’वर्तमान सदस्य’ श्रेणी के तहत नामित किया गया है, जबकि विशंभर प्रसाद निषाद (सपा) और छाया वर्मा (कांग्रेस, छत्तीसगढ़) को अपने कार्यकाल के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सेवानिवृत्त राज्य सभा सदस्य 2022’ श्रेणी के तहत पुरस्कार के लिए नामित किया गया है. वित्त समिति (लोकसभा समिति के अध्यक्ष जयंत सिन्हा, भाजपा, झारखंड) और परिवहन, पर्यटन और संस्कृति समिति (राज्य सभा समिति - अध्यक्ष वी विजयसाई रेड्डी, वाईएसआर कांग्रेस, आंध्र प्रदेश) को भी उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है.
इस बात के लिए दिया जाता है पुरुस्कार
सांसदों को यह पुरुस्कार, संसद में उनके प्रश्नों, बहसों और निजी बिल पेश करने के पहल को लेकर दिया जाता है. इस बार जिन सांसदों का नामांकन किया गया है, उनका प्रदर्शन 17 वीं लोकसभा की शुरुआत से लेकर शीतकालीन सत्र 2022 के अंत तक आंका गया है. इस सदस्यों के प्रदर्शन डेटा को पीआरएस इंडिया, लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय द्वारा उपलब्ध कराया गया है.
पूर्व राष्ट्रपति ने की थी शुरुआत
इसके अलावा 2022 में, भारतीय राजनीति, समाज और जनता के बीच योगदान के लिए अनुभवी नेताओं को सम्मानित करने के लिए फाउंडेशन और प्रीसेंस ने एक नई श्रेणी “डॉ एपीजे अब्दुल कलाम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड“ की शुरुआत की है. समिति ने इस पुरस्कार के लिए टीके रंगराजन, (दो बार राज्यसभा के पूर्व सांसद और एक वरिष्ठ सीपीआई-एम नेता) को नामित किया है. फाउंडेशन ने कहा कि नागरिक समाज की तरफ से यहां 25 मार्च को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. संसद रत्न पुरस्कारों की स्थापना डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सुझाव पर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सांसदों को सम्मानित करने के लिए की गई थी. उन्होंने स्वयं 2010 में चेन्नई में पुरस्कार समारोह के पहले संस्करण का शुभारंभ किया था. इस श्रेणी में अब तक, 90 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सांसदों को पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.
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