FIFA World Cup: मुस्लिम देश कतर ने फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी करके दुनिया में इतिहास रच दिया है. अब सऊदी अरब भी फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी करना चाहता है.
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FIFA World Cup: सऊदी अरब 2034 विश्व कप की मेजबानी करना चाहता है. इसके लिए यह बोली लगाएगा. फीफा ने मंगलवार को इसकी तस्दीक की है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व फुटबॉल संचालन संस्था को 2030 फीफा विश्व कप की मेजबानी के लिए मोरक्को, पुर्तगाल और स्पेन से बिड आई है. इसके अलावा जश्न मनाने वाले खेलों की मेजबानी के लिए उरुग्वे, अर्जेंटीना और पराग्वे से भी बिड आई है.
पहले शुरू होगी बातचीत
फीफा ने ऐलान किया कि इस पहले चरण के बाद फीफा विश्व कप के दोनों संस्करणों के लिए बोली लगाई जाएगी. रिपोर्ट छापने से पहले फीफा बोली लगाने वाले देशों के साथ बातचीत शुरू करेगा. फीफा कांग्रेस रिपोर्टों पर चर्चा करेगी और संबंधित प्रतियोगिताओं के मेजबानों की नियुक्ति करेगी.
कतर बना पहला देश
आपको बता दें कि साल 2022 का फीफा वर्ल्ड कप कतर में हुआ. इसमें अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकर फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) वर्ल्ड कप अपने नाम किया. कतर ऐसा पहला इस्लामिक देश है जिसने FIFA वर्ल्ड कप की मेजबानी की है. अगर साल 2034 में सऊदी अरब को FIFA वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली तो वह दूसरा मुस्लिम मेजबान देश होगा.
फीफा का इतिहास
फीफा वर्ल्ड कप हर 4 साल में आयोजित किया जाता है. सबसे पहले ये उरग्वे में 1930 में आयोजित हुआ था. साल 1930 से 1970 तक फीफा वर्ल्ड कप का नाम 'जूल्स रिमेट ट्रॉफी' था. यह नाम उस शख्स पर था जिसने इसे शुरू किया था. इसके बाद साल 1970 में इसे बदलकर इसका नाम फीफा कर दिया गया.
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