Telegram Ban India: टेलीग्राम की मुश्किलें भारत में भी बढ़ती दिख रही है. माना जा रहा है कि इसे बैन किया जा सकता है. इस दावे के पीछे कितनी सच्चाई है? आइये जानते हैं पूरी डिटेल
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Telegram Ban India: टेलीग्राम की भारत में भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. एक भारत सरकार के अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार जबरन वसूली और जुआ जैसी आपराधिक गतिविधियों में इसके कथित दुरुपयोग को लेकर जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि जांच के नतीजों के आधार पर मैसेजिंग ऐप पर बैन भी लगाया जा सकता है.
यह घटनाक्रम टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ 39 साल के पावेल डुरोव को ऐप की मॉडरेशन नीतियों की वजह से 24 अगस्त को पेरिस में गिरफ़्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद हुआ है. रिपोर्टों के मुताबिक उन्हें ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को रोकने में नाकामयाब रहने के कारण हिरासत में लिया गया था.
पी2पी कम्यूनिकेश की हो रही है जांच
एक सरकारी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर 25 अगस्त को मनीकंट्रोल को बताया, "भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) (गृह मंत्रालय के अधीन) और MeitY टेलीग्राम पर पी2पी कम्यूनिकेशन की जांच कर रहे हैं." अधिकारी ने बताया कि होम मिनिस्ट्री और इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफॉर्मेशन टेक्नोलोजी मिनिस्ट्री के जरिए की जा रही जांच में खास तौर पर जबरन वसूली और जुआ जैसी आपराधिक गतिविधियों पर ध्यान दिया जा रहा है.
अधिकारी ने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि इस प्लेटफॉर्म को ब्लॉक किया जाएगा, जिसके भारत में 50 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं, लेकिन कहा कि जांच में जो भी सामने आएगा, उसके आधार पर फैसला लिया जाएगा.
हाल ही के सालों में, टेलीग्राम और कुछ दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आपराधिक गतिविधियों के लिए अनुकूल माहौल के तौर पर उभरे हैं, जिनमें घोटाले भी शामिल हैं, जिनकी वजह से नागरिकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
हाल ही में यूजीसी-नीट विवाद को लेकर टेलीग्राम चर्चा में रहा, जिसकी वजह से छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा. मेडिकल प्रवेश परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो गया था और कथित तौर पर एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर इसे खूब शेयर किया गया था.