'वन नेशन-वन इलेक्शन' प्रस्ताव पर क्यों भड़क गए असदुद्दीन ओवैसी, कही ये बड़ी बात
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'वन नेशन-वन इलेक्शन' प्रस्ताव पर क्यों भड़क गए असदुद्दीन ओवैसी, कही ये बड़ी बात

Asaduddin Owaisi on One Nation-One Election: 'वन नेशन-वन इलेक्शन' के प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है. इस प्रस्ताव को शीतकालीन सत्र में पार्लियामेंट में पेश किया जाएगा. इस बीच विपक्ष नेता कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर जमकर हमला किया है.

'वन नेशन-वन इलेक्शन' प्रस्ताव पर क्यों भड़क गए असदुद्दीन ओवैसी, कही ये बड़ी बात

Asaduddin Owaisi on One Nation-One Election: 'वन नेशन-वन इलेक्शन' के प्रस्ताव को केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के राष्ट्रीय चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ा बयान दिया है. दोनों नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला किया है. ओवैसी ने कहा कि यह संघवाद को ख़त्म करने का प्रस्ताव है. 

ओवैसी ने उठाए कई सवाल
उन्होंने एक्स पर लिखा असदुद्दीन ओवैसी ने लगातार 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का विरोध किया है, क्योंकि यह समस्या की तलाश में एक समाधान है. यह संघवाद को नष्ट करता है और लोकतंत्र से समझौता करता है, जो संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है.

पीएम मोदी पर बोला हमला
पीएम मोदी और शाह को छोड़कर किसी के लिए भी कई चुनाव कोई समस्या नहीं हैं. सिर्फ इसलिए कि उन्हें नगर निगम और स्थानीय निकाय चुनावों में भी प्रचार करने की अनिवार्य आवश्यकता है, इसका मतलब यह नहीं है कि हमें एक साथ चुनाव कराने की जरूरत है. बार-बार और आवधिक चुनावों से लोकतांत्रिक जवाबदेही में सुधार होता है.

कांग्रेस चीफ ने भी बीजेपी पर बोला हमला
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'वन नेशन-वन इलेक्शन' व्यावहारिक नहीं है और आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक आने पर भाजपा वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसी बातें करती है. बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट रखे जाने के बाद उनकी टिप्पणी आई.

बीजेपी के पास नहीं है कोई मुद्दा
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले मार्च में रिपोर्ट सौंपी थी. इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यह व्यावहारिक नहीं है. यह काम नहीं करेगा. जब चुनाव आते हैं और उन्हें उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिलता है, तो वे वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं." 

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