Congress President News: लंबी जद्दोजहद और उठापटक के बाद आखिरकार आज कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल ही गया सीताराम केसरी के 24 साल बाद, कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में, पहला गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मिला है. 80 साल के खड़गे ने शशि थरूर को बड़े अंतर से शिकस्त दी है. खड़गे को 7,897 वोट मिले ... जबकि थरूर को महज 1,072 वोट ही मिले और इस तरह कांग्रेस को दलित राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल गया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खड़गे से पहले, बाबू जगजीवन राम 1970 में कांग्रेस पार्टी के दलित राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे. उन्हें सियासत का पांच दशक से ज़्यादा का लंबा तजुर्बा रहा. उन्होने एक छात्र कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की और फिर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक प्रमुख भूमिका निभाई 1940 से लेकर 1977 तक वे AICC के सदस्य रहें. 1948 से 1977 तक कांग्रेस कार्यसमिति में रहें, और फिर 1950 से 1977 तक केंद्रीय संसदीय बोर्ड में थे. आजादी के बाद 1970 में बाबू जगजीवन राम, कांग्रेस के पहले दलित अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे, और उनके 51 साल बाद मल्लिकार्जुन खड़गे दूसरे दलित राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं. तो अब सवाल है कि, क्या मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस पार्टी देश के 22 फीसदी दलितों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेगी, और क्या खड़गे के सहारे कांग्रेस पार्टी दक्षिण को भी साधने की तैयारी कर रही है. ऐसे कई सवाल है जिसका जवाब भविष्य में मिलेगा.