आज यानी शनिवार को पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के कूनो पार्क में नामीबिया से तोहफे में आए 8 चीते छोड़े हैं. इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसस पहले सऊदी राजकुमार ने भी दो चीते तोहफे में दिए थे. जिनका नाम अब्दुल्ला और हिबा था. हालांकि हिबा (मादा) की मौत हो चुकी है.
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Nehru Zoological Park: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकी चीते छोड़े. यह चीते पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर छोड़े गए हैं जो नामीबिया से तोहफे मिले हैं लेकिन क्या आपको पता है कि सऊदी अरब ने भी हिंदुस्तान को एक चीता तोहफे में दिया था? अगर नहीं तो फिर हम आपको बताने जा रहे हैं. दरअसल हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क में एक चीता है, जिसे सऊदी अरब ने एक दशक पहले उपहार में दिया था.
हैदराबाद में होने वाली सीओपी 11 शिखर सम्मेलन-2012 के मौके पर चिड़ियाघर के अपने दौरे के दौरान, सऊदी राजकुमार बंदर बिन सऊद बिन मोहम्मद अल सऊद ने दो जोड़े अफ्रीकी शेर और चीते तोहफे के तौर पर थे.
चिड़ियाघर 2013 में सऊदी अरब के नेशनल वाइल्ड लाइफ रिसर्च सेंटर से इन्हें लेकर आया था. मादा चीता की दो साल पहले मौत हो गई थी, जबकि अब्दुल्ला नाम के नर चीता को चिड़ियाघर में रखा गया है. मादा चीता हिबा की 2020 में आठ साल की उम्र में मौत हो गई थी. वो पैरापलेजिया बीमारी की वजह से जिंदगी की जंग हार गई थी.
वहीं अब नामीबिया से आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो में लाया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इन चीतों को पार्क में छोड़ा. इस दौरान हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क में एक रैली का आयोजन किया गया.
लगभग 70 साल पहले भारत में चीतों को विलुप्त ऐलान कर दिया गया था. रैली का आयोजन रंगारेड्डी जिले के जेडीमेटला के तेजस्वी विद्यारण्य स्कूल के सहयोग से किया गया. जिसमें लगभग 190 छात्रों ने हिस्सा लिया. छात्रों ने टॉक शो, ड्राइंग, पेंटिंग और निबंध लेखन प्रतियोगिताओं जैसे कार्यक्रमों में भी भाग लिया. चीता बाड़े में चीतों पर टॉक शो भी किए गए.
प्रोग्राम का आयोजन तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में किया गया. इसके साथ ही नेहरू जूलॉजिकल पार्क के क्यूरेटर एस. राजशेखर ने पूरे चिड़ियाघर के कर्मचारियों की मौजूदगी में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.