गाजा में UN के कर्मचारी भी नहीं हैं महफूज, 2 दिन में मारे गए इतने मुलाजिम
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गाजा में UN के कर्मचारी भी नहीं हैं महफूज, 2 दिन में मारे गए इतने मुलाजिम

इजरायल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है. ऐसे में गाजा में संयुक्त राष्ट्र के 48 कर्मचारी मारे गए हैं. बीते 2 दिनों में 5 मुलाजिमों की मौत हो गई है.

गाजा में UN के कर्मचारी भी नहीं हैं महफूज, 2 दिन में मारे गए इतने मुलाजिम

संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी (UNRWA) ने ऐलान किया है कि पिछले 48 घंटों में गाजा पट्टी में उसके पांच और कर्मचारी मारे गए हैं. इसके साथ ही 7 अक्‍टूबर को शुरू हुये इजरायल-हमास संघर्ष में जान गंवाने वाले मिशन कर्मचारियों की संख्‍या बढ़कर 79 हो गई है. संयुक्त राष्ट्र की इकाई ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि 24 अक्टूबर को मारे गए उसके दो कर्मचारी सदस्यों की मौत की तस्दीक हो चुकी है.

मारे गए 79 मुलाजिम

मरने वालों के अलावा अब तक कम से कम 24 UNRWA कर्मचारी घायल भी हुए हैं. बयान में कहा गया, "अधिकांश गाजावासियों की तरह हमारे कर्मचारियों ने भी रिश्तेदारों, दोस्तों, पड़ोसियों को खो दिया है और खुद अपने परिवारों के साथ विस्थापित हो गए हैं. फिर भी, वे मानवीय मदद देने के लिए कोशिश कर रहे हैं." संयुक्त राष्ट्र मिशन ने यह भी कहा कि 3 नवंबर को जबालिया शरणार्थी शिविर और नुसीरत शिविर में दो UNRWA स्कूल इजरायली हवाई हमलों से प्रभावित हुए थे.

खतरनाक रहा जबालिया हमला

जबालिया में स्कूल पर सीधे हमले में 15 लोग मारे गए और 70 अन्य घायल हो गए. इस बीच, नुसीरात में यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल के पास हुए हमलों में वहां शरण लिए हुए 11 विस्थापित लोग घायल हो गए. पिछले एक महीने में क्षतिग्रस्त UNRWA प्रतिष्ठानों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है. रविवार का बयान यूएनआरडब्ल्यूए प्रमुख फिलिप लेज़ारिनी के उस बयान के एक सप्‍ताह बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इतने कम समय में दुनिया में कहीं भी किसी संघर्ष में मारे गए संयुक्त राष्ट्र सहायता कर्मियों की यह सबसे अधिक संख्या है.

इजरायल ने हमास को घेरा

उधर इजरायली सेना ने रविवार को एक बयान में कहा कि बख्तरबंद 36वीं डिवीजन "गाजा के तट पर स्थित स्थानों" पर पहुंच गया है, और सैनिक शहर में हमास बलों को "घेर" रहे हैं. सेना ने कहा कि उसका लक्ष्य "हमास से संबंधित महत्वपूर्ण संपत्तियों और कमांड और नियंत्रण केंद्रों सहित चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला करना और उन्हें नष्ट करना है."

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