भारत को एशियाई जूनियर मुक्केबाजी में लड़कों और लड़कियों के वर्ग में एक दिन में मिला छह स्वर्ण पदक
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam975398

भारत को एशियाई जूनियर मुक्केबाजी में लड़कों और लड़कियों के वर्ग में एक दिन में मिला छह स्वर्ण पदक

एक अन्य फाइनल में गौरव सैनी (70 किग्रा) को उज्बेकिस्तान के बोलताइव शवाकातजोन से 0-5 से हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

 

दुबई में खेली जा रही एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में इतवार को उज्बेकिस्तान के रोब्याखों बखितोयोरोबा को पंच जड़ती भारत की विशु राठी.

नई दिल्लीः भारत ने दुबई में खेली जा रही एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में इतवार को लड़कों और लड़कियों के वर्ग में मुक्केबाजों के शानदार प्रदर्शन से छह स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले. राष्ट्रीय चैम्पियन रोहित चमोली (48 किग्रा) और भरत जून (81 किग्रा से अधिक) ने लड़कों के वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर शुरूआत की. इसके बाद लड़कियों के वर्ग में वीशू राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा) और माही राघव (63 किग्रा) ने फाइनल में विपरीत अंदाज में जीत दर्ज की. रोहित ने कड़े फाइनल में मंगोलिया के ओटगोनबयार तुवशिंजया को 3-2 से हराया जबकि जून ने कजाखस्तान के यरदोस शारिपबेक को 5-0 से शिकस्त दी.

वीशु, तनु और माही ने दिलाया गोल्ड 
लड़कियों की स्पर्धा में वीशू ने उज्बेकिस्तान की बाखतियोरोवा रोबियाखोन पर 5-0 की जीत से स्वर्ण पदक हासिल किया. फिर अन्य वजन वर्गों के फाइनल में तनु ने कजाखस्तान की तोमिरिस माइरजाकुल को 3-2 से, निकिता ने कजाखस्तान की आसेम तानाटार को सर्वसम्मत फैसले में और माही ने कजाखस्तान की अलजेरिम काबडोल्डा को 3-2 से मात देकर लड़कियों के वर्ग में भारत को चैथा स्वर्ण दिलाया. मुस्कान (46 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा) और रुद्रिका (70 किग्रा) को लड़कियों के वर्ग में रजत पदक से संतोष करना पड़ा. 

गौरव को रजत पदक से करना पड़ा संतोष 
चंडीगढ़ के रोहित ने इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखते हुए जूनियर लड़कों के 48 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में सतर्क शुरुआत करने के बाद सटीक आक्रमण से करीबी मुकाबले में अपने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त हासिल की जिससे उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया. जून को दूसरी तरफ अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में कोई दिक्कत नहीं हुई. एक अन्य फाइनल में गौरव सैनी (70 किग्रा) को उज्बेकिस्तान के बोलताइव शवाकातजोन से 0-5 से हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

छह कांस्य पदक भी जीत चुका है भारत 
भारत जूनियर स्पर्धा में पहले ही छह कांस्य पदक जीत चुका है, जिसमें देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरजू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) ने लड़कियों के वर्ग में जबकि आशीष (54 किग्रा), अंशुल (57 किग्रा) और अंकुश (66 किग्रा)) ने लड़कों के वर्ग में पदक जीते. पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2019 में भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था. जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4,000 डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 2,000 डॉलर और 1,000 डॉलर दिए जाएंगे.

Zee Salaam Live Tv

Trending news