काबुल एयरपोर्ट पर 16 घंटे बाद उड़ानें शुरू, धमाकों में मरने वालों की तादाद बढ़ कर हुई 108
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काबुल एयरपोर्ट पर 16 घंटे बाद उड़ानें शुरू, धमाकों में मरने वालों की तादाद बढ़ कर हुई 108

रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट के आस-पास हुए धमाकों में अब तक मरने वालों की तादाद बढ़ कर 108 हो गई है. 

काबुल एयरपोर्ट पर 16 घंटे बाद उड़ानें शुरू, धमाकों में मरने वालों की तादाद बढ़ कर हुई 108

काबुल: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मुल्क से भाग रहे हजारों हताश लोगों को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती बम धमाकों के एक दिन बाद दारुल हुकूमत काबुल से निकासी उड़ानें शुक्रवार को फिर से शुरू हो गईं और वहां से लोगों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है.

मरने वालों की तादाद बढ़ कर 108 हो गई
रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट के आस-पास हुए धमाकों में अब तक मरने वालों की तादाद बढ़ कर 108 हो गई है. 95 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं, वहीं 1,338 लोग जख्मी हैं. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है.

एयरपोर्ट पर फिर से आतंकी हमले का खतरा
अमेरिका का कहना है कि देश के सबसे लंबे जंग को खत्म करने के लिए विदेशी सैनिकों की वापसी की मंगलवार की वक्त सीमा से पहले और हमले की आशंका है. काबुल के निवासियों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से कई विमान उड़ान भर चुके हैं जबकि स्थानीय 'तोलो टीवी' के संवाददाता कीर तरफ से शेयर किए गए फुटेज में हवाई अड्डे के बाहर पहले जितनी ही भीड़ दिखी.

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अफगान और अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अगस्त 2011 के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए सबसे घातक दिन में, काबुल के बैनलअकवामी हवाई अड्डे के पास गुरुवार के बम धमाकों में कम से कम 95 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हमलावरों को छोड़ेंगे नहीं
काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए बम धमाकों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमलावरों को सख्त वार्निंग जारी की है और उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. काबुल हमलों में कई अमेरिकी फौजियों के मरने से बाइडेन सख्त सद्मे हैं और कहा है कि कि ना ही हम इसे भूलेंगे औऱ ना ही हम माफ करेंगे. अब हम शिकार करेंगे और उन्हें इन मौतों की कीमत चुकानी होगी.

अमेरिकी आक्रमण में बेदखल होने के दो दशक बाद अफगानिस्तान को फिर से कब्जे में लेने वाले तालिबान ने समय सीमा कायम रखने पर जोर दिया. फरवरी 2020 में ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ एक समझौता किया जिसमें मई तक सभी अमेरिकी सैनिकों और संविदाकारों को हटाने के बदले में अमेरिकियों पर हमलों को रोकने के लिए कहा गया था. बाइडन ने अप्रैल में घोषणा की कि वह उन्हें सितंबर तक हटा लेंगे.

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अमेरिका ने जहां गुरुवार को कहा कि काबुल से 1,00,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है, वहीं 1,000 अमेरिकी और दसियों हज़ार से ज्यादा अफगान इतिहास के सबसे बड़े एयरलिफ्ट में से एक में खुद को बाहर निकाले जाने की कोशिश कर रहे हैं. निकासी अभियान की निगरानी कर रही अमेरिकी केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल फ्रैंक मैकेन्जी ने गुरुवार को कहा था कि करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर विमानों का इंतजार कर रहे हैं.
(इनपुट-भाषा के साथ भी)

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