ट्रूडो के लिए कनाडा की सत्ता में वापसी कितना आसान, जानिए क्या हैं चुनावी मुद्दे
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ट्रूडो के लिए कनाडा की सत्ता में वापसी कितना आसान, जानिए क्या हैं चुनावी मुद्दे

Canada Elections: चुनाव से पहले के सर्वे बता रहे हैं कि ट्रूडो की लिबरल पार्टी और मुखालिफ कंजर्वेटिव पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है.

Canada PM Justin Trudeau, File Photo

टोरंटो: कनाडा के वज़ीरे आज़म (PM) जस्टिन ट्रूडो ने संसद में बहुमत हासिल करने के लिए मिड टर्म चुनाव कराने का जुआ खेला, लेकिन सोमवार को हो रहे चुनाव में उनपर हुकूमत से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है.

चुनाव से पहले के सर्वे बता रहे हैं कि ट्रूडो की लिबरल पार्टी और मुखालिफ कंजर्वेटिव पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है. लिबरल पार्टी के संसद में ज्यादा सीट जीतने की संभावना है, लेकिन उसे बहुमत मिलने की उम्मीद कम है. ऐसे में अपोज़िशन के सहयोग के बगैर हुकूमत में आना मुमकिन नहीं होगा.

वहीं, विपक्ष ने समय सीमा से दो साल पहले मिड टर्म चुनाव कराने को लेकर ट्रूडो पर लगातार निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी निजी महत्वाकांक्षा के लिए यह कदम उठाया. 

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ट्रूडो के सामने एक रिटायर्ड आर्मी मैन, पूर्व वकील और नौ साल से सांसद एरिन ओ’टूले (47) की कड़ी चुनौती है. ट्रूडो ने 2015 में अपने पिता और दिवंगत प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की शोहरत का लाभ उठाते हुए चुनाव जीता था, लेकिन उनसे हद से ज्यादा उम्मीदों, घोटालों और वैश्विक महामारी के बीच चुनाव कराने का पिछले महीने फैसला करने से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है.

गौरतलब है कि ट्रूडो दुनिया के ज्यादातर देशों की तुलना में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से बेहतर तरीके से निपटे और उन्हें भरोसा है कि कनाडा के लोग उन्हें इसके लिए इनाम से नवाजेंगे. फिलहाल सबसे ज्यादा लोगों के टीकाकरण के मामले में कनाडा टॉप पर है और ट्रूडो सरकार ने लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अरबों डॉलर खर्च किए हैं.

ट्रूडो ने देश की जनता को चेताया कि उनके मुखालिफ महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर करेंगे. उन्होंने कहा कि कनाडा के लोगों को ऐसी सरकार की जरुरत है जो साइंस पर भरोसा करे. उन्होंने मांट्रियल में रविवार को चुनाव प्रचार मुहिम खत्म करते हुए कहा, 'हमें कंजर्वेटिव सरकार की जरुरत नहीं है, जो टीकाकरण के क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर सकेगी और न ही विज्ञान के क्षेत्र में हमें उसकी जरुरत है.'

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कंजर्वेटिव नेता एरिन ओ’टूले ने यह बताने से साफ इनकार कर दिया था कि उनकी पार्टी के कितने उम्मीदवारों ने टीका नहीं लगवाया है और ट्रूडो कनाडा के लोगों को हर मौके पर इसकी याद दिलाते रहते हैं. ओ’टूले ने टीका लगवाने को उम्मीदवारों की स्वास्थ्य संबंधी निजी फैसला बताया, लेकिन देश में टीका लगवाने वालों की लगातार बढ़ रही तादाद की पृष्ठभूमि में टीका नहीं लगवाने वालों के प्रति आक्रोश भी बढ़ रहा है.

ट्रूडो हवाई और रेल यात्रा करने वाले कनाडावासियों के लिए टीकाकरण को ज़रूरी बनाने के हक में हैं लेकिन कंजर्वेटिव इसकी मुखालिफत करते हैं. ट्रूडो ने बताया किया कि अल्ब्रेटा में कंजर्वेटिव प्रांतीय सरकार चला रहे हैं और वहां सूरते हाल काफी खराब है.
(इनपुट- भाषा के साथ)

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