भारतीय मूल के इंजीनियर को बड़ी ज़िम्मेदारी; NASA के 'चंद्र से मंगल' कार्यक्रम के बने अध्यक्ष
Advertisement

भारतीय मूल के इंजीनियर को बड़ी ज़िम्मेदारी; NASA के 'चंद्र से मंगल' कार्यक्रम के बने अध्यक्ष

Moon To Mars Programme: भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर और रोबोटिक्स इंजीनियर अमित क्षत्रिय को वाशिंगटन में एजेंसी के मुख्यालय में नासा के नए चंद्रमा से मंगल कार्यक्रम के पहले प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है.

 

भारतीय मूल के इंजीनियर को बड़ी ज़िम्मेदारी; NASA के 'चंद्र से मंगल' कार्यक्रम के बने अध्यक्ष

Amit Kshatriya: भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को नासा के 'चंद्र से मंगल' प्रोग्राम का चीफ़ बनाया गया है. भारतीय मूल के अमेरिकी सॉफ्टवेयर और रोबोटिक इंजीनियर अमित क्षत्रिय को नई ज़िम्मेदारी देते हुए नासा के नए मून टू मार्स' कार्यक्रम का पहला अध्यक्ष नामजद किया गया है. यह प्रोग्राम अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा की चंद्रमा पर दीर्घकालिक उपस्थिति की तैयारियों को यकीनी करेगा ताकि मानव को स्पेस साइंस की नयी उपलब्धि के तहत लाल ग्रह (मंगल) तक भेजा जा सके. नासा की एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि नए कार्यालय का उद्देश्य मानवता के लाभ के लिए चंद्रमा और मंगल पर एजेंसी की मानव अन्वेषण गतिविधियों को अंजाम देना है.

नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा, "खोज का स्वर्ण युग शुरू हो रहा है, और यह नया कार्यालय यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि नासा लाल ग्रह पर मानवता की अगली विशाल छलांग की तैयारी के लिए आवश्यक दीर्घकालिक चंद्र उपस्थिति को सफलतापूर्वक स्थापित करे. एजेंसी ने बृहस्पतिवार को ऐलान किया कि क्षत्रिय नासा द्वारा गठित कार्यालय के पहले चीफ के तौर पर फौरी तौर से अमित क्षत्रिय अपना काम शुरू करेंगे. नासा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि नए कार्यालय का उद्देश्य एजेंसी की चंद्रमा और मंगल पर मानव अन्वेषण गतिविधियों को अंजाम देना है ताकि पूरी इंसानियत को उसका फायदा मिल सके.

नेल्सन ने कहा, "चंद्रमा से मंगल कार्यक्रम कार्यालय नासा को चंद्रमा तक मिशन को पूरा करने और मंगल ग्रह पर पहली बार मानव को भेजने की तैयारियों में मददगार साबित होगा. प्रेस रिलीज़ के मुताबिक क्षत्रिय चंद्रमा और मंगल ग्रह पर मानव मिशन की स्कीम बनाने और उन्हें लागू करने के लिए जिम्मेदार होंगे. अमित क्षत्रिय ने एकीकृत अंतरिक्ष प्रक्षेपण प्रणाली 'ओरियन' और 'एक्प्लोरेशन ग्राउंड सिस्टम प्रोग्राम' की अगुवाई की है. पहले भी क्षत्रिय ने सामान्य अन्वेषण प्रणाली विकास संभाग के कार्यवाहक एसोसिएट निदेशक के ओहदे पर काम किया है. बता दें कि क्षत्रिय ने 2003 में स्पेस कार्यक्रम में अपने करियर की शुरुआत की थी. साल 2014 से 2017 तक वह स्पेस सेंटर उड़ान निदेशक की पोस्ट पर रहे.

Watch Live TV

Trending news