पाकिस्‍तान चुनाव : धरे रह गए आतंकी हाफिज सईद के सभी दावे, एक भी सीट पर बढ़त नहीं
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पाकिस्‍तान चुनाव : धरे रह गए आतंकी हाफिज सईद के सभी दावे, एक भी सीट पर बढ़त नहीं

हाफिज सईद की पार्टी अल्‍लाह-ओ-अकबर तहरीक के 260 प्रत्‍याशी हैं मैदान में.

आतंकी सरगना हाफ‍िज सईद का फाइल फोटो...

नई दिल्‍ली : पाकिस्‍तान में हुए आम चुनावों तीन चेहरे सबसे प्रमुख हैं. पहले हैं इमरान खान. चुनावों में उनकी पार्टी पीटीआई 114 वोटों की बढ़त के साथ सबसे आगे चल रही है और उनकी जीत भी स्‍पष्‍ट मानी जा रही है. दूसरे चेहरे हैं नवाज शरीफ, जिनकी पार्टी इमरान खान की पार्टी से पीछे चल रही है. उनकी पार्टी 63 वोटों से आगे चल रही है. वहीं तीसरा चेहरा है आतंकी हाफिज सईद. हाफिज ने इन पाकिस्‍तान चुनावों में बड़ी जीत का दावा किया था. उसके चुनावों में खड़े होने की घोषणा से भारत समेत पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ था. लेकिन पाकिस्‍तान की जनता ने इन चुनावों में बने मताधिकार का प्रयोग करके उसके सभी दावों को खोखला साबित कर दिया. दरअसल इन चुनावों में उसकी पार्टी अल्‍लाह-ओ-अकबर तहरीक एक भी सीट पर बढ़त नहींं बना पाई हैै.

हाफिज ने लाहौर में डाला वोट
मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के प्रमुख आतंकी हाफिज सईद ने आम चुनाव में मतदान के बाद लोगों से अपील की कि वे ‘पाकिस्तान की विचारधारा’ के लिए मतदान करें. सईद का बेटा और दामाद भी आम चुनाव में हिस्‍सा ले रहे हैं. सईद ने लाहौर के वफाकी कॉलोनी में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. देश में बड़ी संख्या में इस्लामी कट्टरपंथियों के चुनाव लड़ने को लेकर चिंता है.

260 'आतंकी प्रत्‍याशियों' को मैदान में उतारा
आतंकी हाफिज सईद के प्रतिबंधित जमात-उद दावा की सियासी इकाई मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक (एएटी) नाम की पार्टी से अपने 260 प्रत्याशियों को राष्ट्रीय एवं प्रांतीय चुनावों में उतारा है. उसका दावा था कि उसके सभी प्रत्‍याशी इन चुनावों में जीतेंगे. लेकिन पाकिस्‍तान की जनता ने उसके सभी मंसूबों पर पानी फेर दिया.

बेटे और दामाद को भी मैदान में उतारा
आतंकी हाफिज सईद ने पाकिस्‍तान के आम चुनावों में अपने बेटे और दामाद को भी मैदान में उतारा है. हाफिज का बेटा हाफिज तलहा सईद सरगोधा से एनए-91 से चुनाव लड़ रहा है. यह जमात-उद दावा नेता का गृहनगर है जो लाहौर से करीब 200 किलोमीटर दूर है. हाफिज सईद का दामाद खालिद वलीद पीपी-167 से प्रत्याशी है. ये उम्मीदवार एएटी के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एमएमएल का पंजीकरण करने से इनकार कर दिया है.

पाकिस्‍तान की विचारधारा के लिए मांगे थे वोट
आतंकी हाफिज सईद ने लोगों से घरों के बाहर आकर ‘पाकिस्तान की विचारधारा’ के लिए मतदान करने की अपील की थी. उसने कहा कि मेरी तमन्ना है कि यह चुनाव देश के लिए उपयोगी साबित हो. उसने लोगों से ‘कुर्सी’ के लिए मतदान करने की अपील की जो एएटी का चुनाव चिन्ह है. जमात-उद दावा को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. आतंकी गतिविधियों के लिए अमेरिका ने सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है.

दूसरी पार्टी के बैनर तले उतारे प्रत्‍याशी
बता दें कि हाफिज सईद ने पार्टी मिल्‍ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के बैनर तले अपने प्रत्‍याशियों को मैदन में उतारा था. लेकिन बाद में चुनाव आयोग की ओर से मान्‍यता देने से इनकार कर दिया गया था. इसके बाद हाफिज सईद ने अल्‍लाह-ओ-अकबर के बैनतर तले अपने प्रत्‍याशियों को मैदान में उतारा.

कौन है हाफिज सईद
हाफिज सईद पाकिस्‍तान का आतंकी है. वह आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा का संस्‍थापक सदस्‍य है. सज्ञथ ही आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख है. उसके संगठन को संयुक्‍त राष्‍ट्र ने भी आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है. 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में मारे गए 164 लोगों की मौत के बाद 2012 में अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था.

कई देशों में प्रतिबंधित
आतंकी हाफिज सईद मुंबई आतंकी हमले का मास्‍टरमाइंड है. इसके अलावा 2006 में मुंबई की ट्रेनों में हुए धमाकों और 2001 में हुए संसद हमले में भी उसका हाथ था. हाफिज सईद भारत की जांच एजेंसी एनआईए की वांटेड लिस्‍ट में शामिल है.  साथ ही भारत में उसके आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा और जमात उद दावा को प्रतिबंधित किया जा चुका है. भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, ऑस्‍ट्रेलिया और यूरोपीय संघ के अतंर्गत आने वाले 28 देशों में उसका संगठन प्रतिबंधित है.

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