Tomato Farming: हिमाचल प्रदेश के मंडी में जन्मे और पले-बढ़े जय राम सैनी बागवानी करते हैं. 1980 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें नौकरी मिलने में परेशानी हुई. लेकिन जय राम मुश्किलों के आगे झुकने वालों में से नहीं थे. जल्द ही उन्होंने 7 एकड़ जमीन पर खेती शुरू कर दी.
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Horticulture: हिमाचल प्रदेश के मंडी में जन्मे जय राम सैनी बागवानी करते हैं. 1980 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें नौकरी मिलने में परेशानी हुई. लेकिन जय राम मुश्किलों के आगे झुकने वालों में से नहीं थे. जल्द ही उन्होंने 7 एकड़ जमीन पर खेती शुरू कर दी. उन्हें क्या पता था कि यह छोटा सा फैसला आने वाले समय मे उनके लिए अच्छा साबित होगा. आज वे एक सफल किसान हैं और खेती ने उन्हें करोड़पति बना दिया.
किसान से करोड़पति बने जय राम के टमाटर के खेत 37 से 40 एकड़ जमीन में फैले हुए हैं. उन्होंने सिर्फ फसलें ही नहीं अपनी जमीन पर सपने और उम्मीदें भी उगाई हैं. लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था. जय राम बताते हैं कि "बच्चों की पढ़ाई और घर का खर्च चलाना, कई तरह की चुनौतियां थीं. मैंने कभी हार नहीं मानी और लगन और मेहनत से हर साल 50 लाख रुपये तक की कमाई करने लगा."
1 करोड़ से ज्यादा की कमाई
50 साल से ज्यादा समय से जय राम खेतों में मेहनत कर रहे हैं. लेकिन उनकी असली सफलता साल 2023 में आई. इस साल पूरे देश में टमाटर के दाम ऊंचे थे और पैदावार कम. इसके बावजूद जय राम की मेहनत रंग लाई. उन्होंने स्मार्ट खेती के तरीकों से 800 क्रेट्स टमाटर उगाए और 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की.
सरकारी मदद से मिली सफलता
जय राम अपनी सफलता का श्रेय भारत सरकार से मिली मदद को भी देते हैं. खासकर खेती के जरूरी उपकरणों जैसे रोटावेटर और पंप पर मिलने वाली सब्सिडी ने उनकी काफी मदद की. इससे न सिर्फ उनका आर्थिक बोझ कम हुआ बल्कि खेती करने में भी आसानी हुई.
नई तकनीक अपनाना
ज्यादा बारिश और फसलों की बीमारी जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए जय राम ने नई तकनीक अपनाकर हिम्मत दिखाई है. वो खेती को टिकाऊ बनाने पर ध्यान देते हुए कम से कम कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं और खराब मौसम से फसलों को बचाने के लिए नए तरीके अपनाते हैं. अब जय राम खेती के तरीकों को और बेहतर बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं.