Panchak in August: आज इस समय से लग जाएंगे 'चोर पंचक', गलती से भी न कर दें ये कार्य, होती हैं इनकी मनाही
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Panchak in August: आज इस समय से लग जाएंगे 'चोर पंचक', गलती से भी न कर दें ये कार्य, होती हैं इनकी मनाही

Panchak Starting Date: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी कार्य ग्रह-नक्षत्रों की चाल देखकर ही किया जाता है. कुछ नक्षत्र ऐसे होते हैं, जिन्हें शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे ही पंचक को भी अशुभ नक्षत्र ही माना जाता है. 12 अगस्त से पंचक लग रहे हैं. 

 

फाइल फोटो

Panchak Rules: हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले दिन, ग्रह और नक्षत्रों आदि की चाल देखी जाती है. कहते हैं कि किसी भी शुभ कार्य के लिए शुभ समय का होना जरूरी है ताकि वे कार्य निर्विघ्न कार्य पूरे किए जा सकें. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि अशुभ समय में किया गया कार्य मनचाहा फल नहीं देता. ऐसा ही अशुभ नक्षत्रों में से एक है पंचक. हर माह पांच दिन ऐसे होते हैं जिन्हें अशुभ माना जाता है. आइए जानते हैं अगस्त में कब से शुरू हो रहे हैं पंचक और इनमें किन कार्यों की होती है मनाही.

अगस्त पंचक 2022 तिथि

अगस्त माह में पंचक की शुरुआत 12 अगस्त दोपहर 02 बजकर 49 मिनट से हो रही है और 16 अगस्त मंगलवार रात 09 बजकर 07 मिनट बजे तक रहेगी. ऐसे में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य जैसे गृह प्रवेश, मुंडन आदि कार्य करने की मनाही होती है. 

12 अगस्त से लग रहे हैं चोर पंचक

हिंदू पंचांग के अनुसार पंचक 5 दिन के होते हैं, इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते. शास्त्रों में पंचक काल में हुई मृत्यु को भी अच्छा नहीं माना जाता. ऐसे में अगर किसी जातक की मृत्यु हो जाती है, तो विशेष अनुष्ठान करके अंतिम संस्कार किया जाता है. अगर ऐसा कुछ नहीं किया जाता, तो परिवार के अन्य सदस्यों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. 

दिन के अनुसार होते हैं पंचक के नाम

हिंदू पंचांग में दिनों के अनुसार पंचक के नाम बताए गए हैं. दिन के हिसाब से पंचक का प्रभाव भी अलग होता है. 12 अगस्त 2022, शुक्रवार से पंचक लग रहे हैं. शुक्रवार से शुरू होने वाले पंचकों को चोर पंचक कहा जाता है.

इन कार्यों की होती है मनाही

पंचक के दौरान व्यक्ति को कई तरह के कार्य करने की मनाही होती है. इन दिनों में घर की छत नहीं लगाई जाती, घर में फर्नीचर, पलंग आदि भी नहीं खरीदना चाहिए. 

पंचक में लकड़ी खरीदना, दक्षिण दिशा में यात्रा करना भी वर्जित होता है. मान्यता है कि इस दौरान अगर किसी व्यक्ति कि मृत्यु हो जाती है, तो अंतिम संस्कार के समय सांकेतिक रूप से 5 नारियल जलाए जाते हैं. ऐसा करने से परिवार पर कोई कष्ट नहीं आता और पंचक दोष दूर हो जाता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

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