कुंडली में पितृ दोष राहु के कारण बनता है. राहु की कुंडली में अशुभ स्थिति पितृ दोष का निर्माण करती है. कुंडली में राहु का संयोग सूर्य या चन्द्रमा के साथ हो या कुंडली में गुरु चांडाल योग हो या फिर कुंडली में केंद्र स्थान रिक्त हो तो भी कुंडली में पितृदोष बनता है. पितृ पक्ष के दौरान कुछ उपाय करके पितृ दोष की परेशानियों से निजात पाई जा सकती है.
कई बार पितृ दोष का संबंध पूर्व जन्म से भी रहता है, इसलिए माता-पिता, बुजुर्गों की सेवा करने और सम्मान करने की शिक्षा दी जाती है. यदि माता-पिता की सेवा न करें और उनकी अनदेखी करें तो भी पितृ दोष लगता है.
पितृदोष से बचने के लिए धर्म-ज्योतिष में कुछ उपाय बताए गए हैं. इसके अनुसार पितृ पक्ष के दौरान गरीबों को भोजन कराएं. खासतौर पर खीर जरूर खिलाएं. ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है.
पितृ दोष से निजात पाने के लिए श्राद्ध पक्ष के दौरान पीपल का पेड़ लगवाएं और उसकी देखभाल करें. ऐसा करने से भी पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि दोष भी दूर होता है.
पितृ दोष से राहत पाने के लिए पितृ पक्ष के दौरान रोजाना श्रीमद् भागवत गीता का पाठ करें. घर के पूजा घर में रोज शाम को दीपक जलाएं. यदि समस्या बहुत बड़ी हो तो घर में श्रीमद् भागवत गीता का पाठ कराएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ट्रेन्डिंग फोटोज़