Maruti Grand Vitara Off-Roading Review: तीन व्हील्स पर भी मिलती है बेहतर स्टेबिलिटी, ग्रैंड विटारा की काबिलियत कर देगी हैरान!
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Maruti Grand Vitara Off-Roading Review: तीन व्हील्स पर भी मिलती है बेहतर स्टेबिलिटी, ग्रैंड विटारा की काबिलियत कर देगी हैरान!

Grand Vitara: मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा के जिस वेरिएंट में आपको ऑल-ग्रिप फीचर (जो इसे ऑफ-रोडिंग कैपेबल बनाता है) मिलता है, उसमें 1.5 लीटर के-सीरीज पेट्रोल इंजन है, जिसे 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन से जोड़ा गया है. ऑल-ग्रिप फीचर सिर्फ 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही आता है.

Maruti Grand Vitara Off-Roading Review: तीन व्हील्स पर भी मिलती है बेहतर स्टेबिलिटी, ग्रैंड विटारा की काबिलियत कर देगी हैरान!

Grand Vitara Off-Roading: मारुति सुजुकी ने हाल ही में अपनी ग्रैंड विटारा को लॉन्च किया है. इसके ऑल-ग्रिप वाले वेरिएंट को ऑफ-रोडिंग कैपेबल भी बनाया गया है. लेकिन, यह कितना ऑफ-रोडिंग कैपेबल है, इस सवाल का पता लगाने के लिए हमने इसका ऑफ-रोडिंग टेस्ट किया. हमने ग्रैंड विटारा के अप्रोच एंगल, डिपार्चर एंगल, हिल होल्ड असिस्ट, हिल डीसेंट कंट्रोल, आर्टिकुलेशन, ऑल ग्रिप और स्नो मोड जैसे तमाम फीचर्स टेस्ट किए. 

मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा के जिस वेरिएंट में आपको ऑल-ग्रिप फीचर (जो इसे ऑफ-रोडिंग कैपेबल बनाता है) मिलता है, उसमें 1.5 लीटर के-सीरीज पेट्रोल इंजन है, जिसे 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन से जोड़ा गया है. ऑल-ग्रिप फीचर सिर्फ 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही आता है, इसमें ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन नहीं मिलता है. यह फुल टाइम ऑल-ग्रिप यानी ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम पर बेस्ड नहीं है. आपको इसे सलेक्ट करना होता है.

इसका मतलब है कि जब आप सामान्य रोड पर क्रूज कर रहे होंगे तो आप कार को फ्रंट व्हील ड्राइव पर चला सकते हैं और अगर आप ऑफ-रोडिंग के लिए जा रहे हैं, तो आप जरूरत पड़ने पर ऑल-ग्रिप का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे कार फ्रंट व्हील ड्राइव से अलग होकर ऑल-व्हील ड्राइव पर शिफ्ट हो जाएगी. इससे माइलेज और परफॉर्मेंस, दोनों बेहतर बने रहते हैं. खैर, वापस ऑफ-रोडिंग पर लौटते हैं.

एसयूवी के अप्रोच एंगल और डिपार्चर एंगल को टेस्ट करने के लिए हम इसे करीब 25 डिग्री के डाउनसाइड एंगल पर अप्रोच-डिपार्चर एंगल पिट में लेकर गए और फिर वहां से एसयूवी को वाहर निकाला, जिससे पता चला कि अप्रोच और डिपार्चर एंगल, दोनों काफी बेहतर हैं, इन्हें लेकर शायद किसी को शिकायत नहीं होगी.

हम एसयूवी को आर्टिकुलेशन टेस्ट के लिए भी लेकर पहुंच गए हैं, जहां हमने देखा कि काफी आर्टिकुलेट होने के दौरान भी एसयूवी स्टेबल रहती है और व्हील्स की पावर सप्लाई पर आर्टिकुलेशन के हिसाब से व्हील्स-टू-व्हील्स शिफ्ट होती रहती है. हालांकि, इसके बाद जब हम इसके स्नो मोड को टेस्ट करने पहुंचे तो यहां इसकी परफॉर्मेंस उतनी अपटू द मार्क नहीं लगी. इसके बारे में डिटेल में जानने के लिए वीडियो देखें.

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