Level-2 ADAS: लेवल-2 एडीएएस के फीचर्स ड्राइविंग को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में मदद करते हैं. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये फीचर्स अभी भी ड्राइवर की जगह नहीं ले सकते.
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Level-2 ADAS Features: एडीएएस यानी एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम. जैसा कि नाम से पता चलता है कि यह ड्राइवर को एडवांस लेवल की असिस्टेंस देता है. इससे ड्राइविंग आसान और सुरक्षित होती है. एडीएएस के कुल 6 लेवल में हैं, जो 0 से 5 तक हैं. इनमें सबसे ज्यादा पॉपुलर Level-2 ADAS है और भारत में बिनके वाली कई कारों में मिलता है. इसमें कई ऐसे फीचर्स मिल जाते हैं, जिनसे सेफ ड्राइविंग को बढ़ावा मिलता है. इसके लिए आमतौर पर कैमरों, सेंसर और रेडार का इस्तेमाल होता है, जो कार के आसपास की स्थितियों को ट्रैक करते हैं और कार उनके हिसाब से रिएक्ट करती है. चलिए, Level-2 ADAS के कुछ फीचर्स के बारे में बताते हैं.
लेन-कीप असिस्ट
यह सिस्टम कार को अपनी लेन में रखने में मदद करता है. इसमें आमतौर पर कैमरा और सेंसर शामिल होता है, जो कार के सामने और किनारों की स्थिति को ट्रैक करता है. अगर कार अपनी लेन से बाहर जाती है तो लेन-कीप असिस्ट सिस्टम स्टीयरिंग को कंट्रोल करके इसे अपनी लेन में वापस ला सकता है.
एडैप्टिव क्रूज कंट्रोल
यह सिस्टम कार को आगे चल रही कार के पीछे एक निश्चित दूरी बनाए रखने में मदद करता है. इसमें आमतौर पर रडार सेंसर काम करता है, जो आगे चल रही कार की स्थिति को ट्रैक करता है. अगर आगे चल रही कार धीमी हो जाती है, तो एडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल सिस्टम आपकी कार की गति को भी कम कर सकता है.
ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग
यह सिस्टम कार को संभावित टक्कर से बचाने में मदद कर सकता है. इसमें भी कैमरा और रडार सेंसर काम करते हैं तथा आसपास की स्थिति ट्रैक करते हैं. अगर टक्कर की संभावना होती है तो ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग एक्टिवेट हो जाती है, फिर चाहे आपकी झपकी ही क्यों ना लग गई हो.
लेन डिपार्चर वार्निंग
यह सिस्टम ड्राइवर को चेतावनी देता है कि वह अपनी लेन से बाहर निकल रहे हैं.
फ्रंट कोलिजन वार्निंग
यह सिस्टम ड्राइवर को चेतावनी देता है कि आगे टक्कर हो सकती है, सावधान हो जाएं.
ड्राइवर अटेन्शन वार्निंग
यह सिस्टम ड्राइवर को चेतावनी देता है कि वह थका हुआ है या विचलित हो रहा है.
हाई बीम असिस्ट
यह सिस्टम कार के सामने आने वाली कार के लिए हाई बीम को ऑटोमेटिक रूप से हाई बीम/लॉ बीम को मैनेज करता है.
गौरतलब है कि लेवल-2 एडीएएस फीचर्स अभी भी ड्राइवर की जगह नहीं ले सकते. ड्राइवर को पूरी जिम्मेदारी और सावधानी के साथ रहने की जरूरत होती है. ड्राइवर को हमेशा सड़क पर ध्यान देना चाहिए और इन फीचर्स पर पूरी तरह से निर्भर नहीं होना चाहिए.