DGCA notice Air India SpiceJet: DGCA की तरफ से अब एयर इंडिया (Air India) और स्पाइसजेट (SpiceJet) को नोटिस जारी किया गया है. DGCA ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसका जवाब कंपनियों को अगलो 14 दिनों में देना है.
Trending Photos
DGCA notice Air India SpiceJet: DGCA की तरफ से अब एयर इंडिया (Air India) और स्पाइसजेट (SpiceJet) को नोटिस जारी किया गया है. DGCA ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसका जवाब कंपनियों को अगलो 14 दिनों में देना है. दिल्ली में नॉन-कैट III पायलट्स की तैनाती पर जवाब मांगा है. इसके साथ ही डीजीसीए ने कहा है कि यह नोटिस कम विजिबिलिटी की वजह से 24-25 दिसंबर और 27-28 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट की 50 से ज्यादा फ्लाइट्स को डायवर्ट करने के बाद भेजा गया है.
DGCA ने कहा है कि कम विजिबिलिटी में उतरने के लिए बिना ट्रेंड पायलटों की नियुक्ति के लिए एयर इंडिया और स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. ToI ने DGCA के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कहा है कि दोनों एयरलाइंस को 14 दिनों के अंदर जवाब देना होगा.
क्यों जारी हुआ है नोटिस?
DGCA ने स्पाइसजेट और एयर इंडिया को नोटिस जारी करके पूछा है कि इस खराब मौसम में इन एयरलाइंस ने CAT III मानकों का अनुपालन नहीं करने वाले पायलटों को रोस्टर में क्यों डाला है. इस तरह की स्थिति में ट्रेंड पायलटों को भेजा जाना चाहिए.
पिछले साल लगाया था 2.75 करोड़ का जुर्माना
पिछले साल डीजीसीए ने विभिन्न संस्थाओं पर 2.75 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. यह 2022 के 1.97 करोड़ रुपये के मुकाबले 39 प्रतिशत अधिक है. बयान के मुताबिक, पिछले साल 2022 की तुलना में निगरानी गतिविधियों की संख्या 26 प्रतिशत बढ़ी. साथ ही, अनुपालन न करने वाले कर्मचारियों, एयरलाइंस और अन्य परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
इससे पिछले साल 2022 में ऐसी 305 कार्रवाई की गयी थी. इन कार्रवाइयों के तहत एयर इंडिया, एयरएशिया (भारत), इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइन के खिलाफ वित्तीय जुर्माने लगाये गये. इसके अलावा, नियामक ने एयर इंडिया की प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए अपनी मंजूरी को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. इसके अलावा गलती करने वाले पायलटों/चालक दल के सदस्यों, हवाई यातायात नियंत्रकों, गैर-अनुसूचित एयरलाइनों, उड़ान प्रशिक्षण संगठनों और हवाई अड्डा संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई.