Reliance Infra Investment For DADC: अनिल अंबानी की कंपनी को धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (DADC) तैयार करने के लिए महाराष्ट्र के रत्नागिरी के वाटाड इंडस्ट्रियल एरिया में 1000 एकड़ जमीन अलॉट की गई है.
- Anil Ambani New Plan: अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनियों के धीरे-धीरे कर्जमुक्त होने के बाद छोटे अंबानी के अच्छे दिनों की शुरुआत हो गई है. पिछले दिनों रिलायंस इंफ्रा के 85 प्रतिशत कर्जमुक्त होने के बाद दिवाली से पहले अब अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप ने बड़ा ऐलान किया है. ग्रुप की कंपनी रिलायंस इंफ्रा ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में विस्फोटक, गोला-बारूद और छोटे हथियार बनाने के लिए इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट लगाने का ऐलान किया. कंपनी ने बयान में कहा कि वह अगले 10 साल में इस प्रोजेक्ट में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी.
- डिफेंस सेक्टर में सबसे बड़ा नया प्रोजेक्ट होगा
- रिलायंस इंफ्रा ने अपनी सहयोगी कंपनियों के जरिये पिछले कुछ सालों में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के डिफेंस इक्युपमेंट का निर्यात किया है. बयान के अनुसार कंपनी को धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (DADC) विकसित करने के लिए महाराष्ट्र के रत्नागिरी के वाटाड इंडस्ट्रियल एरिया में 1,000 एकड़ जमीन अलॉट की गई है. डीएडीसी (DADC) देश में किसी भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी की डिफेंस सेक्टर में सबसे बड़ा नया प्रोजेक्ट होगा.
- रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को पहले ही सरकार से लाइसेंस मिला
बयान में बताया गया कि प्रोजेक्ट के तहत दुनिया की छह अग्रणी रक्षा कंपनियों के साथ ज्वाइंट वेंचर स्थापित करने का प्लान है. कंपनी ने कहा, ‘गोला-बारूद के दायरे में छोटे, मीडियम और बड़े कैलिबर और निर्देशित हथियार (टर्मिनली गाइडेड म्यूनिशन) शामिल हैं.’ छोटे हथियारों का उपयोग नागरिक और सैन्य उपयोग को लेकर निर्यात बाजारों के लिए होगा. रिलायंस इंफ्रा की पूर्ण स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनियों जय आर्मामेंट्स लिमिटेड और रिलायंस डिफेंस लिमिटेड के पास पहले से ही हथियार और गोला-बारूद बनाने के लिए सरकार से लाइसेंस मिला हुआ है.
- रिलायंस का दुनिया की दो प्रमुख रक्षा कंपनियों फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन और थेल्स के साथ पहले से ही ज्वाइंट वेंचर है. डसॉल्ट रिलायंस एयरोस्पेस लिमिटेड (DRAN) और थेल्स रिलायंस डिफेंस सिस्टम्स (TRDS) अपने पूरे उत्पादन को निर्यात करते हैं.
- रिलायंस इंफ्रा के शेयर का हाल
पिछले दिनों जब अनिल अंबानी की कंपनी के कर्जमुक्त होने की खबर आई तो रिलायंस इंफ्रा का शेयर चढ़कर 350 रुपये तक पहुंच गया. इसके बाद से शेयर में गिरावट का रुख जारी है. मंगलवार को कंपनी की तरफ से किये गए बड़े ऐलान के बावजूद रिलायंस इंफ्रा के शेयर में गिरावट देखी गई. एक दिन पहले शेयर 5 प्रतिशत के लोअर सर्किट के साथ 254.25 रुपये पर आ गया. शेयर का 52 हफ्ते का टॉप लेवल 350.90 रुपये और लो लेवल 143.70 रुपये है. इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप घटकर 10,071.64 करोड़ रुपये रह गया है.