BharatPe App: अशनीर ग्रोवर की तरफ से लाया जा रहा नया ऐप जीरोपे (ZeroPe) भारत पे (BharatPe) से एकदम अलग होगा. जीरोपे को ग्रोवर की कंपनी थर्ड यूनिकॉर्न की तरफ से तैयार किया गया है.
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What is ZeroPe: भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर और पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) एक बार फिर से फिनटेक सेक्टर में वापसी के लिए तैयार हैं. उनकी तरफ से शुरू किया जाने वाला जीरोपे (ZeroPe) नाम का यह ऐप अपने यूजर्स को मेडिकल लोन की सुविधा देगा. ऐप अभी टेस्टिंग फेज में है. Google Play Store की लिस्टिंग के अनुसार जीरो पे को थर्ड यूनिकॉर्न (Third Unicorn) कंपनी की तरफ से तैयार किया गया है. ग्रोवर ने भारतपे से बाहर होने के बाद इस कंपनी को शुरू किया था.
ZeroPe क्या है और कैसे काम करेगा
जीरोपे (ZeroPe) ने दिल्ली की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) मुकुट फिनवेस्ट के साथ पार्टनरशिप की है. इसके जरिये 5 लाख रुपये तक के इंस्टेंट प्री-अप्रूव्ड मेडिकल लोन दिये जा सकेंगे . कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार ऐप से जुड़ी सर्विस का फायदा केवल पार्टनरशिप वाले अस्पतालों में ही उठाया जा सकेगा. अशनीर ग्रोवर की जीरोपे के अलावा भी कई ऐप इस तरह की सुविधाएं दे रहे हैं. इन ऐप में Fibe, SaveIn, Neodocs, Kenko Qube Health, Arogya Finance and Mykare Health प्रमुख हैं.
कई डिजिटल फर्स्ट स्टार्टअप्स मरीजों को उनकी मेडिकल लोन संबंधी जरूरतों के लिए डेटा-बेस्ड मेडिकल लोन देते हैं. इसमें अस्पताल में एडमिट होने, होम केयर और क्रोनिक केयर मैनेजमेंट शामिल है. इसके लिए ऐप अपने प्लेटफॉर्म पर हॉस्पिटल नेटवर्क, हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइड और गवर्नमेाट स्कीम को एकीकृत करते हैं. एक कंसलटिंग फर्म और सिंगापुर बेस्ड वेंचर फर्म बी कैपिटल की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के डिजिटल हेल्थकेयर मार्केट से 2030 तक 37 बिलियन डॉलर कर रेवेन्यू जेनरेट होने की उम्मीद है.
क्या है थर्ड यूनिकॉर्न?
अशनीर ग्रोवर ने साल जनवरी 2023 में पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर और चंडीगढ़ बेस्ड कारोबारी असीम घावरी के साथ मिलकर थर्ड यूनिकॉर्न को शुरू किया. कंपनी ने फैंटसी गेमिंग ऐप क्रिकपे के साथ शुरुआत की, जो ड्रीम 11, मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) और गेम्स24x7 के माय11सर्कल जैसे प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देने के लिए बनाया गया था.