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नई दिल्ली: Delhi Master Plan 2041 Draft: देश की राजधानी दिल्ली को भी अब नाइट लाइफ के लिए तैयार करने की शुरुआत हो गई है, अब दिल्ली भी दुनिया के बड़े शहरों जैसे- न्यूयॉर्क और शंघाई की तरह 24 घंटे दौड़ेगी. यहां भी लोग अब देर रात को पार्टी कर सकेंगे, परिवार संग बाहर आउटिंग पर जा सकेंगे, ऑफिस और दुकानें 24 घंटे खुली रहेंगी.
'दिल्ली मास्टर प्लान 2041' में दिल्ली को '24-hour city' बनाने की योजना पेश की गई है. जिसमें दिल्ली की आर्थिक गतिविधियां दिन- रात चलेंगी. इस मास्टर प्लान में बड़े पैमाने पर ट्रांसपोर्ट इंफास्ट्रक्चर विकसित करने, अफोर्डेबल हाउसिंग और एक स्वस्थ वातावरण बनाने की भी बात कही गई है. इस 'दिल्ली मास्टर प्लान 2041' को दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी DDA ने तैयार किया है, जिसमें इन सारी चीजों को शामिल किया गया है. इसे अब जनता के सामने उनकी प्रतिक्रियाएं जानने के लिए रखा गया है. इस प्लान में अगले 20 सालों में दिल्ली की तस्वीर बदलने का खाका पेश किया गया है.
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मास्टर प्लान में प्रस्ताव दिया गया है कि दिल्ली में अब अनऑथराइज्ड कॉलोनियों को नहीं बढ़ने दिया जाएगा. इसमें कहा गया है कि MPD 2041 के नोटिफिकेशन के बाद दो साल के अंदर शहरी ग्रामीण इलाकों का विकास किया जाएगा. ड्राफ्ट प्लान में कहा गया है कि दिल्ली की आबादी जो अभी 1.67 करोड़ है बढ़कर 3.9 करोड़ हो जाएगी. फिलहाल दिल्ली की करीब 30 परसेंट आबादी की उम्र 30 साल के युवाओं की है. ऐसे में मास्टर प्लान से इस बड़े आयुवर्ग की जरूरतों को पूरा करेगा. दिल्ली को ऐसा बनाया जाएगा कि ये 24 घंटे तक चलती रहे. इसके लिए कई नीतिगत और ढांचागत बदलाव करने होंगे. ड्राफ्ट में कहा गया है कि '24-hour city' के विचार को Model Shops and Establishments (Regulation of Employment and Conditions of Service) Act, 2015 के साथ साथ नाइट टाइम इकोनॉमी (NTE) पॉलिसी के जरिए बढ़ावा दिया जा रहा है.
कई देशों में night-time economy को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है. रोजगार में बढ़ोतरी और टूरिस्ट्स को आकर्षित करने जैसे फायदे मिल रहे हैं. हालांकि, इसके लिए प्रबंधन नीतियों और बुनियादी ढांचे के सपोर्ट की जरूरत है. MPD 2041 में इस बात पर जोर दिया गया है कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को आकर्षित करने के लिए रात में लगातार काम, सांस्कृतिक गतिविधि और मनोरंजन के लिए शहर में नोड्स और सर्किट की पहचान करना जरूरी है, ताकि लोग एंटरटेनमेंट के लिए देर रात में बाहर निकल सकें.
ड्राफ्ट में कहा गया है कि एक अच्छी नाइटलाइफ को बढ़ावा देकर कार्यक्षेत्रों के उपयोग और शहर में सुरक्षा को बढ़ाकर आर्थिक सुधार किया जाएगा. दिल्ली के इलाकों जैसे कनॉट प्लेस और इसके एक्सटेंशन, वाल्ड सिटी और करोल बाग में कमर्शियल इलाकों ने ऐतिहासिक रूप से व्यापार के मुख्य केंद्र की भूमिका निभाई है. ड्राफ्ट में कहा गया है कि दिल्ली के कमर्शियल इलाकों को फिर से जीवित करने के लिए क्षेत्र आधारित अप्रोच को अपनाया जाएगा.
ड्राफ्ट में यमुना के कायाकल्प का भी प्रस्ताव दिया गया है, जिसमें ग्रीनवे बनाना भी शामिल है. सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए यमुना के किनारों के साथ-साथ साइकिल चलाने और पैदल चलने के रास्तों की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके अलावा शिक्षा हब बन चुकी दिल्ली में प्रवासी छात्रों के रहने और शिक्षा के लिए बेहतर जगह का विकास किया जाएगा. आने वाले वक्त को देखते हुए पार्किंग की जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा.
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