Share Market Tips: अडानी ग्रुप के शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान अडानी टोटल गैस के शेयर को हुआ, जो करीब 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1003.80 अंक पर बुद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान यह 1001.95 रुपये तक भी गिर गया था.
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Adani Group Market Cap: शेयर बाजार में इस हफ्ते की शुरुआत में सेंसेक्स 70000 और निफ्टी 21000 अंक के पार चला गया. इसके बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी. निवेशकों के इस कदम के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में 8 प्रतिशत तक की गिरावट आई. अडानी ग्रुप के शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान अडानी टोटल गैस के शेयर को हुआ, जो करीब 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1003.80 अंक पर बुद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान यह 1001.95 रुपये तक भी गिर गया था. इसके बाद अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 5 प्रतिशत से ज्यारा की गिरावट देखी गई और यह 1030.60 अंक पर बंद हुआ.
इन शेयरों में गिरावट देखने को मिली
इसके अलावा अडानी ग्रुप की अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी विल्मर, अडानी पावर और एनडीटीवी आदि कंपनियों के शेयर में भी गिरावट देखने को मिली. ग्रुप के अंबुजा सीमेंट, अडानी एंटरनेटमेंट, अडानी पोर्ट और अंबुजा सीमेंट के शेयर हरे निशान के साथ बंद होने में कामयाब हुए. आज के कारोबारी सत्र के दौरान अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैप में करीब 40000 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह घटकर 13.78 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पहले यह आंकड़ा करीब 14.16 लाख करोड़ रुपये पर था.
अडानी टोटल गैस का शेयर 63 परसेंट चढ़ा
पिछले हफ्ते अडानी टोटल गैस के शेयर में 63.1% की बढ़त आई थी. 8 दिसंबर (शुक्रवार) तक 50.8% हफ्ते दर हफ्ते के फायदे के साथ अडानी ग्रीन एनर्जी था. इसके अलावा अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 29.6% परसेंट, अडानी पोर्ट्स में 23.9 परसेंट, अडानी पावर में 23.8 प्रतिशत, एनडीटीवी में 22 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 19.6 प्रतिशत और एसीसी में 13.5 प्रतिशत की तेजी आई थी. अंबुजा सीमेंट्स में 12.7% की और अडानी विल्मर में 10.9% की तेजी आई थी.
अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी का कारण भाजपा को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मिली जीत के अलावा और भी थे. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में तेजी आई थी. इस रिपोर्ट में यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC) के हवाले से कहा गया कि हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप प्रासंगिक नहीं थे. अमेरिकी एजेंसी ने हाल ही में श्रीलंका में ग्रुप के पोर्ट बिजनेस के लिए 553 मिलियन डॉलर की फंडिंग की घोषणा की थी.
आपको बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च की इस साल की शुरुआत में आई रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी. इसके बाद जिन निवेशकों ने अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेश करना जारी रखा, उन्हें पिछले कुछ हफ्तों में जबरदस्त रिटर्न मिला है.